जयपुर. प्रदेश के आईटीआई स्टूडेंट्स को गहलोत सरकार ने नई सौगात दी है. अब पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड आईटीआई स्टूडेंट को ट्रेनिंग देगा. इसके लिए बुधवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए गए. समझौते पर कौशल रोजगार नियोजन एवं उद्यमिता विभाग की ओर से शासन सचिव डॉ. नीरज के. पवन और पावर ग्रिड की ओर से नॉर्थ रीजन के कार्यकारी निदेशक डीके सिंह ने हस्ताक्षर किए.
राज्य सरकार ने ट्रेनिंग देने की शुरुआत जोधपुर के शेरगढ़ तहसील के आईटीआई सेंटर से की गई है, जहां कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना कर ट्रेनिंग शुरू की गई है. शासन सचिव नीरज के पवन का कहना है कि शुरुआत में 350 स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी, उसके बाद यह ट्रेनिंग राजस्थान के आईटीआई सेंटर पर शुरू होगी.
नीरज के पवन ने कहा कि स्टूडेंट को पावरग्रिड ट्रेनिंग देगा, जिससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. आईटीआई में जितने भी फैकल्टीज हैं, उनका चयन कर लिया गया है. स्टूडेंट के लिए जो भी उपकरण और मशीन की आवश्यकता होगी, वह पावरग्रिड की ओर से उपलब्ध कराई जाएंगी. यह पहला चरण है, यदि शेरगढ़ में यह सफल हो जाता है तो इसे राजस्थान के अन्य आईटीआई सेंटर पर भी लागू किया जाएगा. एमओयू के दौरान पावर ग्रिड के कार्मिक निदेशक वीके सिंह, आईटीआई के उप निदेशक सुनील जोशी भी मौजूद रहे.
नीरज के पवन ने कहा कि इस समझौते से एक बेहतर आईटीआई राजस्थान में स्थापित हो सकेगी. युवाओं को ट्रेनिंग करवा कर रोजगार के अवसर दिलाने के लिए हर संभव प्रयास विभाग की ओर से किए जाएंगे. आईटीआई के उप निदेशक सुनील जोशी ने बताया कि पावरग्रिड जोधपुर में आईटीआई स्थापित करने के साथ ही संस्था में फर्नीचर, क्लास रूम, सेटअप, प्रशिक्षण साम्रग्री से जुड़ी प्रशिक्षण सामग्री मुहैया करवाई जाएगी. अलग-अलग क्षेत्रों में युवाओं को ट्रेनिंग में मदद की जाएगी. इन क्षेत्रों में युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए समय-समय पर पावरग्रिड की सहायता से वर्कशॉप की आयोजित करवाई जाएगी.