जयपुर. अपेक्स बैंक में एक बार फिर प्रबंध निदेशक पद से एक और अधिकारी की विदाई हो गई. गहलोत सरकार ने एक आदेश जारी कर अपेक्स बैंक प्रबंध निदेशक एमपी यादव को एपीओ कर दिया, तो वहीं भरतपुर और डूंगरपुर केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशकों को निलंबित कर दिया है. खास बात ये है कि पिछले 5 वर्षों में 6 और पिछले 14 महीने में 4 प्रबंध निदेशक अपेक्स बैंक से विदा हो चुके हैं.
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दरअसल, अपेक्स बैंक प्रबंध निदेशक को एपीओ किए जाने के पीछे बड़ी वजह पिछले दिनों अपेक्स बैंक परिसर में 17 पेड़ों को काटने और बीमा योजना से किसानों को वंचित रखने की घटनाओं को माना जा रहा है. वहीं, एपीओ किए गए प्रबंध निदेशक एमपी यादव की कार्यशैली भी विवादित ही रही है और सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना से उनके रिश्तों में खटास की चर्चा भी आम है.
सहकारिता मंत्री बीमा योजना से किसानों को वंचित रखने के मामले में उनसे नाराज थे. यही कारण है कि सरकार ने यादव को एपीओ कर बैंक से रवाना कर दिया. वहीं, एक अन्य आदेश को जारी कर भरतपुर केंद्रीय सहकारी बैंक के एमडी आरपी मीणा और डूंगरपुर केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक पीआर आमेरिया को निलंबित किया गया है.
अपेक्स बैंक में IAS अधिकारी एमडी लगाने की चर्चा
अपेक्स बैंक में लगातार विदा हो रहे प्रबंध निदेशक की घटना के बाद अब अपेक्स बैंक में प्रबंध निदेशक पद पर IAS अधिकारी को लगाए जाने की चर्चा भी जोर पकड़ने लगी है. दरअसल, अपेक्स बैंक में हर वर्ष करोड़ों रुपए का ऋण वितरित किया जाता है. इसके लिए 29 केंद्रीय सहकारी बैंक और 6700 पैक्सकर्मियों की व्यवस्था है, लेकिन इतने बड़े सहकारी बैंक के ढांचे को विभाग के अधिकारी बमुश्किल संभाल पा रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि अब सरकार इस पद पर IAS अधिकारी को जिम्मेदारी दे सकती है.