जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार के दिन आवास पर आयोजित शब्द कीर्तन के दौरान कहां कि गुरु नानक देव के बताए हुए रास्ते और सिद्धांतों पर चलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव ने हमेशा मानव सेवा और सच बोलने का साहस दिखाने की बात कही है.
मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी ने 550 वर्ष पहले महिलाओं को समानता का अधिकार देने की वकालत की थी. हमें महिलाओं का हमेशा सम्मान करना चाहिए क्योंकि उसी महिला की कोख से हमने जन्म लिया है. आज हम 21वीं सदी के दौर में हैं. इंटरनेट और मोबाइल क्रांति के दौर में हैं. राजस्थान में जहां घूंघट प्रथा ज्यादा प्रचलन में है, उसे दूर करना चाहिए. इसके लिए पुरूषों को भी आगे आना चाहिए.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि ना केवल घूंघट बल्कि बुर्का प्रथा को खत्म करने की हर किसी को वकालत करनी चाहिए. हमें समाज में इन मुद्दों को लेकर जागरूकता लानी होगी. मुख्यमंत्री के साथ ही इस बात की वकालत करते हुए कांग्रेस विधायक शकुंतला रावत ने कहा कि घूंघट पर अब समाज को सोचना होगा.
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क्योकि अगर किसी को सम्मान देना है तो सर ढक लेना सम्मान का प्रतीक हो सकता है. लेकिन चेहरा छिपाकर रहना गलत है. वहीं उन्होंने बुर्के को लेकर कहा कि मुस्लिम समाज के धर्म गुरु अगर अनुमति दें तो बुर्का को भी दूर करना चाहिए.