जयपुर. अलवर में मूक बधिर बालिका के साथ दरिंदगी मामले में भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा गुरुवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का घेराव (Kirodi Lal Meena protest against Priyanka Gandhi in Sawai madhopur) करने रणथंभौर जा पहुंचे. मीणा के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी थे, जो लगातार प्रियंका गांधी से मिलने की मांग के नारे लगाते रहे. हालांकि पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया. वहीं प्रियंका जिस होटल (Priyanka Gandhi Ranthambhore Visit ) में ठहरी थीं, वहां पर भी इन प्रदर्शनकारियों ने पहुंचने की कोशिश की.
दरअसल, प्रदेश भाजपा ने इस मामले में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है, जिसमें वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल हैं. उन्हें प्रियंका गांधी से मिलने और घेराव करने के लिए सवाई माधोपुर भेजा था, लेकिन उससे पहले ही भाजपा के तेजतर्रार सांसद ने वहां स्टूडेंट्स के साथ पहुंच कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. हालांकि पुलिस ने होटल पहुंचने से पहले ही मीणा और प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को रोक लिया और इस बीच काफी झड़प भी हुई.
मीणा ने कहा कि राजस्थान में जिस प्रकार की घटना सामने आई हैं, वह शर्मसार करने वाली हैं. मीणा ने कहा कि मैं उस पीड़ित बालिका के दर्द को रखने के लिए इन छात्र-छात्राओं के साथ यहां आया हूं, लेकिन सवाईमाधोपुर पुलिस ने हमें बलपूर्वक रोका.
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मीणा ने कहा कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में कहती है कि 'मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं' लेकिन राजस्थान में जो घटना हुई है, उसमें भी वो संज्ञान ले. मीणा ने कहा यदि आप लड़ सकती हो, तो हमारी भी बात सुनो और इस मामले में प्रदेश सरकार से कार्रवाई कराएं क्योंकि मुख्यमंत्री हमारी सुन नहीं रहे.
पुलिस हिरासत में भाजपा नेता
मामले को लेकर भाजपा प्रदेश प्रतिनिधि मंडल रणथंभौर पहुंचा, जिसे पुलिस ने शेरपुर हेलीपैड पर ही रोक लिया. भाजपा प्रतिनिधिमंडल में भाजपा विधायक रामलाल शर्मा, भाजपा नेता अलका गुर्जर, भाजपा प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल सहित दर्जनों भाजपा पदाधिकारी शामिल हैं. पुलिस के रोकने के बाद भाजपा पदाधिकारी सड़क पर ही बैठ गए और नारेबाजी करने लगे. इसके बाद पुलिस और भाजपा नेताओं के बीच झड़प भी हो गई. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए सभी भाजपा नेताओं को हिरासत (BJP Leaders in Police Custody) में ले लिया और पुलिस बस में बिठाकर दूर ले जाकर छोड़ दिया.