जयपुर. छोटी काशी जयपुर के प्रसिद्ध मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में गणेश चतुर्थी महोत्सव चल रहा है. आज मंदिर में प्रथम पूज्य के समक्ष मोदक झांकी सजाई गई.
गणेश चतुर्थी इस साल 22 अगस्त को मनाई जाएगी. इससे पहले शहर में गणेश जन्मोत्सव का उल्लास शुरु हो चुका है. वहीं हर बार की तरह राजधानी के प्रसिद्ध मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में प्रथम पूज्य के जन्म का उत्सव भी पुष्य नक्षत्र पर शुरु कर दिया गया था.
बुधवार को सबसे पहले महंत कैलाश शर्मा द्वारा गणेशजी महाराज का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई. फिर रत्न जड़ित मुकुट भी बप्पा को पहनाया गया. हालांकि कोरोना के चलते इस बार भक्तों के लिए पट बंद है. ऐसे में भक्त सिर्फ ऑनलाइन दर्शनों का ही लाभ ले पा रहे हैं.
सोमवार को पुष्य नक्षत्र पर पंचामृत अभिषेक के साथ गणेश जन्मोत्सव का शुभारंभ हुआ और आज यानि बुधवार को गणेशजी के प्रिय मोदकों की झांकी सजाई गई. मंगला आरती के साथ मोदकों की झांकी के ऑनलाइन दर्शन खुले. महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में हो रहे आयोजन के तहत झांकी में मुख्य मोदक 251 किलो के 2 मोदक रहे. तो वहीं 4 मोदक 51 किलो, 101 मोदक 21 किलो के और 1.25 किलो के मोदकों की झांकी सजाई गई. भगवान को विशेष माणक व पन्ना युक्त मुकुट धारण करवाया गया.
पढें- पुष्य नक्षत्र पंचामृत अभिषेक के साथ गणेश जन्मोत्सव का शुभारंभ... नहीं भरेगा लक्खी मेला
भगवान गणपति को फूलों के झरोखे में विराजमान किया गया है. वहीं वैश्विक महामारी कोरोना के चलते सरकारी गाइडलाइन और शहरवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए इस बार गणेश जन्मोत्सव सादगी के साथ मनाया जा रहा है. हालांकि जन्मोत्सव के दौरान होने वाले सिंजारा, पंचामृत अभिषेक और अन्य झांकिया यथावत रहेगी.
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के अनुसार गणेश जन्मोत्सव पर भगवान गणेश जी के दर्शन के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है. मोतीडूंगरी गणेश मंदिर की वेबसाइट और फेसबुक पेज के माध्यम से ऑनलाइन भक्त दर्शन लाभ लेंगे. साथ ही जिओ टीवी पर गणेश जन्मोत्सव के सामान्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा. जन्मोत्सव के दौरान होने वाले सिंजारा, मोदक, झांकी, पंचामृत अभिषेक यथावत रहेंगे. मंदिर परिवार के सानिध्य में कार्यक्रम होंगे, लेकिन भक्तजनों का प्रवेश मंदिर में नहीं हो सकेगा.
यह भी पढ़ें- स्पेशल: रंग लाई मुहिम...अब इको फ्रेंडली 'गणेश' ले रहे आकार, POP से किया किनारा
जहां हर साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में लाखों की संख्या में श्रदालु पहुंचते हैं. इस मंदिर के प्रति भक्तों की खास विश्वास और आस्था जुड़ी हुई है. लेकिन गणेश जन्मोत्सव भी इस साल कोरोना की भेंट चढ़ गया.