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180 करोड़ रुपए में गांधीनगर रेलवे स्टेशन बनेगा वर्ल्ड क्लास, जगतपुरा स्टेशन पर शिफ्ट होगी ट्रेनें

जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन को 180 करोड़ रुपए की लागत से विश्व स्तरीय बनाया (Gandhinagar Railway station to be world class) जाएगा. इसका काम 15 अक्टूबर से शुरू होगा. यह विकास कार्य करीब ढाई साल चलेगा. इस दौरान यहां रूकने वाली ट्रेनों का ठहराव जगतपुरा स्टेशन पर किया जाएगा.

Gandhinagar Railway station to be world class, Rs 180 crore budget for new and modern facilities
180 करोड़ रुपए में गांधीनगर रेलवे स्टेशन बनेगा वर्ल्ड क्लास, जगतपुरा स्टेशन पर शिफ्ट होगी ट्रेनें
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Published : Oct 14, 2022, 6:23 PM IST

जयपुर. गांधीनगर रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए लगभग 180 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसका काम 15 अक्टूबर से शुरू (Gandhinagar Railway station renovation) होगा. करीब ढाई साल तक गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य चलेगा. इस दौरान गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनों को जगतपुरा स्टेशन पर स्टॉपेज दिया जाएगा. यहां की पार्किंग भी बंद रहेगी. मंथली पास धारक ठेकेदार से पार्किंग का पैसा वापस ले सकते हैं.

15 अक्टूबर से गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर व्हीकल की नो एंट्री रहेगी. करीब 180 करोड़ पर खर्च करने के बाद गांधीनगर रेलवे स्टेशन की सूरत बदल (Rs 180 crore spent on Gandhinagar Railway station) जाएगी. स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. रेलवे अधिकारियों की मानें तो गांधीनगर रेलवे स्टेशन का विश्व स्तरीय पुनर्विकास किया जाएगा. 2 नई बिल्डिंग के साथ ही एयर कॉनकोर्स और खुली छत पर सुविधाएं विकसित की जाएंगी.

पढ़ें: International women's day: गांधीनगर रेलवे स्टेशन महिला सशक्तिकरण का उदाहरण

हेरिटेज की तर्ज पर होगा विकास: बेहतर सौंदर्य के लिए मौजूदा स्टेशन भवन का नवीनीकरण किया जाएगा. गांधीनगर जयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुनर्विकास जयपुर शहर की विरासत पर आधारित होगा. हेरिटेज की तर्ज पर गांधीनगर रेलवे स्टेशन को विकसित किया जाएगा. गुलाबी शहर की समृद्धि विकास को विभिन्न स्थापत्य तत्व और विशेषताओं जैसे जाली कार्य, मेहराब, गुबंद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण के माध्यम से किया जाएगा. निर्माण के साथ-साथ संचालन और ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं भी होंगी. नई बिल्डिंग नेट जीरो एनर्जी बेस्ड स्टेशन बिल्डिंग होगी. कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधन भी होंगे.

स्टेशन पर होंगे यह कार्य: उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशिकिरण के मुताबिक वर्तमान गांधीनगर जयपुर स्टेशन पर दो नई बिल्डिंग का निर्माण प्रस्तावित है. सामने की ओर की मुख्य इमारत जी प्लस टू बिल्डिंग बनाई जाएगी. मुख्य प्रवेश स्टेशन भवन में डिपार्चर लॉबी, वेस्टिबुल, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच क्षेत्र, हेल्पडेस्क क्षेत्र, प्रस्थान हॉल, शौचालय, आरपीएफ कक्ष और हैड टीसी कक्ष जैसी सुविधाएं होंगी. हेल्प डेस्क, शौचालय और प्रतीक्षालय पहले से बड़े और अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

पढ़ें: जयपुर रेलवे स्टेशन पर लगाए गए ब्रेल लिपि के साइनेज, अब दृष्टिबाधित यात्री स्टेशन पर नहीं होंगे गुमराह

यात्रियों को मिलेंगी यह सुविधाएं: गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर सभी सुविधाओं को बड़े और अत्याधुनिक तौर पर विकसित किया जाएगा. प्लेटफार्म 1 पर अनारक्षित प्रतीक्षालय, एग्जीक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टॉल, शौचालय, शिशु आहार कक्ष और प्लेटफार्म संख्या 1 पर आने वाले यात्रियों के लिए आगमन कक्ष होगा. इस भवन का मेजेनाइन फर्श बनाया जाएगा. भूमि तल पर विभिन्न रेलवे कार्यालय और दूसरी मंजिल पर एक्सेस कंट्रोल, मेटल डिटेक्टर सिस्टम, बैगेज स्कैनर सिस्टम, अतिरिक्त प्रतीक्षा कक्ष, रिटेल स्टॉल, मॉड्यूलर शौचालय, सीढ़िया, लिफ्ट, एस्केलेटर होंगे.

दूसरे प्रवेश स्टेशन की इमारत जी प्लस 1 की होगी. जिसमें टिकट काउंटरों के साथ हॉल बुकिंग कार्यालय, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच प्रस्थान हॉल होंगे. अंदर प्लेटफार्म नंबर 2 पर अनारक्षित प्रतीक्षा हॉल, शौचालय, बेबी केयर रूम, आरपीएफ थाना, आगमन हॉल, कुली रूम और स्वास्थ्य निरीक्षक कक्ष होंगे. यह तमाम सुविधाएं अत्याधुनिक होंगी. रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं की अनुभूति होगी.

पढ़ें: भारतीय रेलवे 2023 तक पूरा करेगा स्टेशनों का आधुनिकीकरण

यात्रियों को मिलेगी बड़ी पार्किंग सुविधा: गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को पहले से बड़ी और बेहतर पार्किंग सुविधा मिलेगी. मुख्य द्वार पर दोपहिया और चोपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त दो मंजिला भूमिगत बेसमेंट उपलब्ध कराया जाएगा. इन एफओबी को सीधे आगमन हॉल में खोला जाएगा, जहां से यात्री भवन से बाहर निकलेगा. मौजूदा एफओबी को नई वास्तुकला थीम के साथ पुनःनिर्मित किया जाएगा. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर एक एयर कॉनकोर्स प्रस्तावित है. जो दोनों इमारतों को प्लेटफार्म के ऊपर से जोड़ते हुए बनाया जाएगा. दोनों प्लेटफार्म पर छत के माध्यम से एयर कॉनकोर्स को कवर किया जाएगा. यात्रियों को इसके माध्यम से हवेली जैसा एहसास देने के लिए स्टेशन के प्लेटफार्म पर ट्रिपल हाइट पिच रूफ का प्रस्ताव है. छत एलुमिनियम की होगी.

जयपुर. गांधीनगर रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने के लिए लगभग 180 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसका काम 15 अक्टूबर से शुरू (Gandhinagar Railway station renovation) होगा. करीब ढाई साल तक गांधीनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य चलेगा. इस दौरान गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली ट्रेनों को जगतपुरा स्टेशन पर स्टॉपेज दिया जाएगा. यहां की पार्किंग भी बंद रहेगी. मंथली पास धारक ठेकेदार से पार्किंग का पैसा वापस ले सकते हैं.

15 अक्टूबर से गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर व्हीकल की नो एंट्री रहेगी. करीब 180 करोड़ पर खर्च करने के बाद गांधीनगर रेलवे स्टेशन की सूरत बदल (Rs 180 crore spent on Gandhinagar Railway station) जाएगी. स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. रेलवे अधिकारियों की मानें तो गांधीनगर रेलवे स्टेशन का विश्व स्तरीय पुनर्विकास किया जाएगा. 2 नई बिल्डिंग के साथ ही एयर कॉनकोर्स और खुली छत पर सुविधाएं विकसित की जाएंगी.

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हेरिटेज की तर्ज पर होगा विकास: बेहतर सौंदर्य के लिए मौजूदा स्टेशन भवन का नवीनीकरण किया जाएगा. गांधीनगर जयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुनर्विकास जयपुर शहर की विरासत पर आधारित होगा. हेरिटेज की तर्ज पर गांधीनगर रेलवे स्टेशन को विकसित किया जाएगा. गुलाबी शहर की समृद्धि विकास को विभिन्न स्थापत्य तत्व और विशेषताओं जैसे जाली कार्य, मेहराब, गुबंद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण के माध्यम से किया जाएगा. निर्माण के साथ-साथ संचालन और ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं भी होंगी. नई बिल्डिंग नेट जीरो एनर्जी बेस्ड स्टेशन बिल्डिंग होगी. कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन जैसे संसाधन भी होंगे.

स्टेशन पर होंगे यह कार्य: उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशिकिरण के मुताबिक वर्तमान गांधीनगर जयपुर स्टेशन पर दो नई बिल्डिंग का निर्माण प्रस्तावित है. सामने की ओर की मुख्य इमारत जी प्लस टू बिल्डिंग बनाई जाएगी. मुख्य प्रवेश स्टेशन भवन में डिपार्चर लॉबी, वेस्टिबुल, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच क्षेत्र, हेल्पडेस्क क्षेत्र, प्रस्थान हॉल, शौचालय, आरपीएफ कक्ष और हैड टीसी कक्ष जैसी सुविधाएं होंगी. हेल्प डेस्क, शौचालय और प्रतीक्षालय पहले से बड़े और अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

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यात्रियों को मिलेंगी यह सुविधाएं: गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर सभी सुविधाओं को बड़े और अत्याधुनिक तौर पर विकसित किया जाएगा. प्लेटफार्म 1 पर अनारक्षित प्रतीक्षालय, एग्जीक्यूटिव प्रतीक्षालय, खुदरा स्टॉल, शौचालय, शिशु आहार कक्ष और प्लेटफार्म संख्या 1 पर आने वाले यात्रियों के लिए आगमन कक्ष होगा. इस भवन का मेजेनाइन फर्श बनाया जाएगा. भूमि तल पर विभिन्न रेलवे कार्यालय और दूसरी मंजिल पर एक्सेस कंट्रोल, मेटल डिटेक्टर सिस्टम, बैगेज स्कैनर सिस्टम, अतिरिक्त प्रतीक्षा कक्ष, रिटेल स्टॉल, मॉड्यूलर शौचालय, सीढ़िया, लिफ्ट, एस्केलेटर होंगे.

दूसरे प्रवेश स्टेशन की इमारत जी प्लस 1 की होगी. जिसमें टिकट काउंटरों के साथ हॉल बुकिंग कार्यालय, बैगेज स्कैनर के साथ सुरक्षा जांच प्रस्थान हॉल होंगे. अंदर प्लेटफार्म नंबर 2 पर अनारक्षित प्रतीक्षा हॉल, शौचालय, बेबी केयर रूम, आरपीएफ थाना, आगमन हॉल, कुली रूम और स्वास्थ्य निरीक्षक कक्ष होंगे. यह तमाम सुविधाएं अत्याधुनिक होंगी. रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं की अनुभूति होगी.

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यात्रियों को मिलेगी बड़ी पार्किंग सुविधा: गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को पहले से बड़ी और बेहतर पार्किंग सुविधा मिलेगी. मुख्य द्वार पर दोपहिया और चोपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त दो मंजिला भूमिगत बेसमेंट उपलब्ध कराया जाएगा. इन एफओबी को सीधे आगमन हॉल में खोला जाएगा, जहां से यात्री भवन से बाहर निकलेगा. मौजूदा एफओबी को नई वास्तुकला थीम के साथ पुनःनिर्मित किया जाएगा. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर एक एयर कॉनकोर्स प्रस्तावित है. जो दोनों इमारतों को प्लेटफार्म के ऊपर से जोड़ते हुए बनाया जाएगा. दोनों प्लेटफार्म पर छत के माध्यम से एयर कॉनकोर्स को कवर किया जाएगा. यात्रियों को इसके माध्यम से हवेली जैसा एहसास देने के लिए स्टेशन के प्लेटफार्म पर ट्रिपल हाइट पिच रूफ का प्रस्ताव है. छत एलुमिनियम की होगी.

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