जयपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के सचिन पालयट और गजेंद्र शिखावत के कांग्रेस सरकार गिराने के षंड्यत वाले बयान पर पलटवार किया (Shekhawat retaliated on statement of Shanti Dhariwal) है. उन्होंने कहा कि यदि धारीवाल इस बात के गवाह हैं और ऐसी भी में इसकी गवाही दे सकते हैं तो फिर एंटी करप्शन ब्यूरो को गजेंद्र सिंह शेखावत और सचिन पायलट को गिरफ्तार कर कार्रवाई करना चाहिए. शेखावत ने कहा कि धारीवाल हो या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केवल बयान को तोड़ मरोड़ कर अपने हित में पेश करने का काम करते हैं.
मंगलवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मेरे जिस बयान को लेकर यह बात कही वह केवल अपना राजनीतिक हित साधने मात्र था. जबकि मेरा बयान किस परिपेक्ष में था और उसे कांग्रेस के नेता किस परिपेक्ष में ले गए वो अलग बात है. उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि उन्हें वॉइस रिकॉर्डिंग मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो का कोई नोटिस नहीं मिला और जो बयान मुख्यमंत्री पीसीसी चीफ और जलदाय मंत्री दे रहे हैं. वो केवल मेरे मानहानि करने के मकसद से दे रहे हैं.
शेखावत ने कहा पूर्व में भी एंटी करप्शन ब्यूरो ने वॉइस रिकॉर्डिंग के लिए संबंधित कोर्ट में मामला लगाया था. जिसे साल 2021 में ही कोर्ट ने खारिज कर दिया था और कोर्ट के उसी निर्णय के खिलाफ वापस कोर्ट में जो मामला लगाया गया उस पर कोर्ट ने केवल इस मामले में मुझे अपनी बात और पक्ष रखने के लिए कहा है. जबकि एसीबी का कोई नोटिस मुझे नहीं मिला.
ईआरसीपी मामले में कांग्रेस के आरोप के जवाब में भाजपा नेताओं को दिया प्रशिक्षण: वहीं राजस्थान ईस्टर्न कैनाल परियोजना को लेकर चल रहे सियासी बवाल के बाद बैकफुट पर नजर आ रही भाजपा ने अब कांग्रेस के आरोपों का तोड़ निकालने के लिए भाजपा नेताओं को प्रशिक्षण दिया है. मंगलवार को बकायदा भाजपा मुख्यालय में यह प्रशिक्षण कार्यशाला और बैठक रखी गई. जिसमें खुद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उनके मंत्रालय में सलाहकार पद पर काम कर रहे श्रीराम विदरे ने ईआरसीपी को लेकर तमाम जानकारियां साझा की.
पढ़ें:केंद्रीय मंत्री का गहलोत सरकार पर हमला- बिजली कटौती की जांच हो तो मिलेंगे भ्रष्टाचार के तंत्र
ईआरसीपी परियोजना के विषय में जनप्रतिनिधियों की दी गई जानकारी: बैठक में पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों से जुड़े भाजपा के जनप्रतिनिधि पूर्व जनप्रतिनिधि और पार्टी से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे. जिनमें सांसद विधायक जिला अध्यक्ष और पार्टी से जुड़े प्रवक्ता और पैनलिस्ट शामिल थे. इस दौरान वीडियो प्रेजेंटेशन के जरिए इस प्रोजेक्ट की जानकारी दी गई. साथ ही में मध्य प्रदेश सरकार की आपत्ति और इस प्रोजेक्ट को नेशनल प्रोजेक्ट घोषित करने के लिए किस प्रकार के प्रयास किए जाने चाहिए उन तमाम विषयों को लेकर भाजपा नेताओं को बताया गया. इस दौरान गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रदेश की जनता के बीच इस प्रोजेक्ट को लेकर हकीकत जाना चाहिए और यह काम भाजपा के नेता और कार्यकर्ता करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री इस महत्वपूर्ण योजना को लटकाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता के हितों के खिलाफ पाप कर रहे हैं और यह पाप चाहे गंगा नदी हो या अन्य कोई उसमें भी स्नान करने से नहीं धुल पाएंगे.