जयपुर. राजधानी के जयसिंहपुरा खोर थाना इलाके में एक ढोंगी बाबा ने 9 करोड़ रुपए की बारिश कराने का झांसा देकर गद्दे बनाने का काम करने वाले एक व्यक्ति से 7 लाख रुपए की ठगी कर (Fraud in the name of money) ली. ठगी के प्रकरण को लेकर ईदगाह कच्ची बस्ती निवासी जमील मंसूरी ने बुधवार रात पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई (Fraud case filed in Jaipur) है.
प्रकरण की जांच कर रहे जांच अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि परिवादी गद्दे बनाकर बेचने का काम करता है. उसकी दुकान पर काम करने वाले एक युवक का मामा सावन परिवादी की दुकान पर आता जाता रहता था. तकरीबन 2 महीने पहले सावन ने परिवादी को 200 गद्दे बनाने का ऑर्डर दिया और यह गद्दे एक बाबा के कहने पर दान करने की बात बताई. परिवादी ने बाबा के बारे में पूछा तो सावन ने बताया कि गुरुजी नाम के एक बाबा हैं, जिनके पास दिव्य शक्तियां हैं. वह 9 करोड़ रुपए की बारिश करवाते हैं, जिसमें पूजन सामग्री व अन्य सामान के लिए तकरीबन 21 लाख रुपए का खर्चा होता है.
नोटों की बारिश कराने के लिए घर देखने पहुंचा बाबा: सावन की बातों में आकर परिवादी जमील भी नोटों की बारिश करवाने के लिए तैयार हो गया. जिस पर सावन परिवादी की दुकान पर बाबा गुरुजी को लेकर पहुंचा. बाबा ने नोटों की बारिश एकांत में और घर के किसी कमरे में करने की बात कही. जिस पर जमील ने अपने बेटे के साथ बाबा को घर भेज दिया और बाबा ने जमील का घर देखने के बाद ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में नोटों की बारिश कराने की बात कही.
इसके बाद जमील से तीन अलग-अलग टुकड़ों में तकरीबन 7 लाख रुपए की राशि ली गई. यह राशि जमील ने सावन को दी और सावन ने राशि बाबा को देते हुए जमील की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की बात कहते हुए इतनी राशि में ही 9 करोड़ रुपए की बारिश करवाने का आग्रह किया. जिस पर बाबा ने शनिवार रात नोटों की बारिश कराने की बात कही और राशि लेकर वहां से चला गया. अगले दिन जब जमील ने बाबा को फोन किया तो उसने बताया कि वह एक विशेष किस्म का इत्र लेने के लिए दिल्ली आया हुआ है. इत्र मिलने के बाद ही वह जयपुर लौटकर नोटों की बारिश करवाएगा.
इत्र महंगा होने की बात कह मांगे 1 लाख रुपए: जमील द्वारा राशि दिए जाने के बाद 1 महीने का समय बीत गया लेकिन बाबा जयपुर वापस नहीं आया. जब जमील ने फिर से बाबा को फोन किया तो उसने इत्र महंगा होने की बात कहते हुए जमील से एक लाख रुपए की और डिमांड की. जिस पर जमील ने और राशि देने असमर्थता जाहिर की और साथ ही उसकी राशि वापस लौटाने का आग्रह किया. जिस पर बाबा ने खुद के उत्तराखंड में होने की बात कही और साथ ही जल्द जयपुर वापस आकर नोटों की बरसात कराने की बात कही.
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काफी दिन बीत जाने के बाद जब जमील ने 2 दिन पूर्व बाबा को फोन किया तो उसने और राशि देने पर ही काम करने के लिए कहा. साथ ही राशि नहीं देने पर 4 महीने तक फोन नहीं करने की बात कही. इस तरह से ठगी का शिकार होने पर जमील ने जयसिंहपुरा खोर थाने पहुंचकर बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच करना शुरू किया है. वहीं जमील ने कुछ राशि बाबा के बैंक खाते में भी ट्रांसफर की थी. वह बैंक खाते अकबर, शहजाद व अली जान के अलग-अलग नामों से खुले हुए पाए गए हैं. फिलहाल पुलिस ट्रांजैक्शन डिटेल के आधार पर भी ठग का पता लगाने में जुट गई है.