जयपुर. दिल्ली निवासी रितु खन्ना ने मरने के बाद भी चार लोगों को जिंदगी दी है. दरअसल, 48 वर्षीय दिल्ली निवासी रितु खन्ना 25 नवंबर को दिल्ली से जयपुर रिश्तेदार की शादी में शामिल होने आई थी. लेकिन अचानक रितु की तबीयत खराब हुई और वह बेहोश हो गई. ऐसे में परिजनों ने रितु को जयपुर के इटरनल हार्ट केयर अस्पताल में भर्ती करवाया, जिसके बाद डॉक्टरों ने रितु को ब्रेन डेड घोषित कर दिया.
ऐसे में अस्पताल प्रशासन द्वारा परिवार के सदस्यों की समझाइश के बाद रितु खन्ना के परिजन उनके अंगदान करने को तैयार हो गए. इस पूरी प्रक्रिया में स्टेट ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका रही और रितु के अंग अलग-अलग अस्पतालों में प्रत्यारोपित किए गए. स्टेट ऑर्गन एंड टिशु ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार रितु की एक किडनी जयपुर के नारायण अस्पताल, दूसरी किडनी दिल्ली के आरएमएल अस्पताल, लिवर को दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल और लंग्स दिल्ली के साकेत अस्पताल में प्रत्यारोपित किया जाएगा. हालांकि प्रदेश में यह 39वां अंगदान है.
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फ्लाइट रोकी गई 15 मिनट
दिल्ली से आए सर्जनों द्वारा जब ऑर्गन रिट्रीवल में देरी हो गई तो सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी के नेतृत्व में राजस्थान प्रदेश में कार्यरत स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन के द्वारा एयर इंडिया एयरलाइंस और जयपुर एयरपोर्ट के आधिकारियों से बात करके फ्लाइट को 15 मिनट के लिए रुकवाया गया. उसके बाद तीनों अंग सुरक्षित रूप से दिल्ली पहुंचाए गए. ऐसे में रितु खन्ना अपनी मृत्यु के बाद भी चार लोगों को जीवन देकर अमर हो गई.