जयपुर. प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण केस के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिविर सहित कई दवाओं की मांग तेज हो गई है. ऐसे में कालाबाजारी के कई मामले सामने आ रहे हैं. इसी बीच अब ऑक्सीजन सिलेंडर और जीवनदायिनी दवाओं की कालाबाजारी रोकने के लिए 4 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है.
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चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के निर्देश पर कोरोना संक्रमित मरीजों और उपभोक्ताओं को निजी चिकित्सालयों व दवा स्टॉकिस्ट, विक्रेता के स्तर में रेमडिसीविर, टोसिलिजुमैब इंजेक्शन, फैवीपिरावीर टैबलेट्स और ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता की सुनिश्चिता के लिए 4 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि इस टीम में औषधि नियंत्रक विभाग के दिनेश कुमार तनेजा, मनीष कुमार मोदी, कोमल रूपचन्दानी और राजस्थान फार्मेसी काउंसिल के सदस्य नवीन सांघी को शामिल किया गया है.
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टीम हर दिन शाम को भेजेगी रिपोर्ट
ये टीम जयपुर स्थित निजी चिकित्सालयों एवं दवा स्टॉकिस्ट, विक्रेता का निरीक्षण कर उक्त औषधियों की सप्लाई वितरण, विक्रय इत्यादि की गहनता से जांच करेगी. जिसके बाद हर दिन शाम 6 बजे अपनी रिपोर्ट औषधि नियंत्रण संगठन, मुख्यालय को भेजेगी. साथ ही अनियमित्ताओं के क्रम में अगवत करवाते हुए नियमानुसार कार्रवाई करेगी. साथ ही टीम औषधियों एवं मेडिकल ऑक्सीजन की कालाबाजारी इत्यादि के संबंध में प्राप्त शिकायतों के क्रम में कार्रवाई रिपोर्ट पेश करेगी.