जयपुर. राजधानी के वैशाली नगर थाना इलाके में 26 अगस्त को हुई एनएचएआई (NHAI) के कंसल्टेंट राजेंद्र कुमार चावला की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने एनएचएआई के लिए काम करने वाली मैसर्स ई-5 इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड हिसार के मालिक करणदीप श्योराण सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों ने हरियाणा के दो शार्प शूटर को 15 लाख रुपए की सुपारी देकर कंसल्टेंट राजेंद्र कुमार चावला की हत्या करवाई थी. पुलिस ने वारदात के खुलासे के लिए 100 पुलिसकर्मियों की कई टीमें लगाईं जिन्होंने 9 दिन तक लगातार अलग-अलग पहलुओं की जांच की. वारदात को सुलझाने के लिए पुलिस में 500 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और इसके साथ ही हजारों मोबाइल नंबरों की सीडीआर का एनालिसिस किया.
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डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर ने बताया की नेशनल हाईवे 8 पर गुडगांव से जयपुर तक 14 फुट ओवर ब्रिज बनाने का ठेका 35 करोड़ रुपए में हरियाणा की मैसर्स E-5 इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया था. कंपनी को टेंडर के अनुसार 20 अगस्त 2021 तक फुट ओवर ब्रिज बनाने का काम पूरा करना था लेकिन टेंडर मिलने के बाद अब तक कंपनी ने ब्रिज बनाने का काम शुरू नहीं किया था.
इसके चलते कंपनी पर एनएचएआई ने 3.5 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगाई थी. प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए कंपनी की तरफ से एनएचएआई से अतिरिक्त समय मांगा गया था और उसी के संबंध में जयपुर में 26 अगस्त को मीटिंग थी. मीटिंग में एनएचएआई के कंसल्टेंट राकेश कुमार चावला और एनएचएआई के मैनेजर हरि सिंह गिला ने भी भाग लिया था.
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मीटिंग में नहीं बनी बात तो कंपनी मालिक ने चावला की हत्या की रची साजिश
ब्रिज बनाने का टेंडर लेने वाली हरियाणा की कंपनी E-5 इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के मालिक करणदीप श्योराण ने पूर्व में एनएचएआई की अनेक मीटिंग में कंसल्टेंट राजेंद्र कुमार चावला को मैनेज करने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने. वहीं दूसरी ओर कंपनी ने टेंडर के अनुसार काम करना शुरु नहीं किया जिसके चलते एनएचएआई की ओर से कंपनी पर जुर्माना लगाया गया. ऐसे में करणदीप ने कंपनी के इंजीनियर विकास देवेंदा, नवीन मिश्रा और अमित नेहरा के साथ मिलकर राजेंद्र कुमार चावला की हत्या की साजिश रची.
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मीटिंग के ब्रेक में निकलते ही मारी गोली
इसके बाद विकास और नवीन ने हरियाणा से 15 लाख रुपए में दो शार्प शूटर हायर किए. विकास और नवीन गुड़गांव से अपनी गाड़ी में दोनों शार्प शूटर को बैठा कर जयपुर के वैशाली नगर स्थित एनएचएआई के ऑफिस के बाहर ले आए. साथ ही राजेंद्र कुमार चावला को दिखाकर उसे गोली मारने के लिए कहा. जैसे ही मीटिंग शुरू हुई वैसे ही विकास और नवीन भी मीटिंग में भाग लेने ऑफिस के अंदर आ गए. जब मीटिंग में ब्रेक लिया गया तो राजेंद्र कुमार चावला ऑफिस से बाहर निकले और वैसे ही घात लगाकर बैठे शार्प शूटरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी.
फिलहाल हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले दोनों शार्प शूटर अभी फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश में पुलिस की टीम हरियाणा में दबिश दे रही है. वहीं गिरफ्त में आए चारों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है जिसमें कुछ अन्य पहलू सामने आने की संभावना है.