जयपुर. आपातकाल की बरसी को भाजपा काले दिवस के रूप में मना रही है. देश में आपातकाल की घोषणा तत्कालिक इंदिरा गांधी सरकार के कार्यकाल में हुई थी. लिहाजा भाजपा नेता इस दिन को सियासी रूप से भुनाते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने ट्विटर के जरिए आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और ये भी लिखा कि जिस रेडियो पर कभी इंदिरा जी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी, उसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अब देशवासियों से मन की बात करते हैं.
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फ़र्क़ साफ़ है!
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) June 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जिस रेडियो पर कभी इंदिरा जी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी, उसी पर PM @narendramodi जी अब देशवासियों से मन की बात करते हैं। संघर्ष के पथ से तपकर निकली भाजपा के नेतृत्व में भारत आज लोकतंत्र की खुली हवा में विकास की नई गाथा लिख रहा है।#Emergency1975HauntsIndia
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— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) June 25, 2020
जिस रेडियो पर कभी इंदिरा जी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी, उसी पर PM @narendramodi जी अब देशवासियों से मन की बात करते हैं। संघर्ष के पथ से तपकर निकली भाजपा के नेतृत्व में भारत आज लोकतंत्र की खुली हवा में विकास की नई गाथा लिख रहा है।#Emergency1975HauntsIndiaफ़र्क़ साफ़ है!
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जिस रेडियो पर कभी इंदिरा जी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी, उसी पर PM @narendramodi जी अब देशवासियों से मन की बात करते हैं। संघर्ष के पथ से तपकर निकली भाजपा के नेतृत्व में भारत आज लोकतंत्र की खुली हवा में विकास की नई गाथा लिख रहा है।#Emergency1975HauntsIndia
वसुंधरा राजे ने एक के बाद एक 3 ट्वीट किए, जिसमें राजे ने लिखा कि 45 वर्ष पूर्व सत्ता की चाहत में भारतीय लोकतंत्र का गला घोटते हुए जिस तरह कांग्रेस ने देश में आपातकाल घोषित किया, वो आजाद भारत के इतिहास का सबसे काला अध्याय है. राजे ने ट्वीट में लिखा कि ये राष्ट्र कांग्रेस की उन दमनकारी नीतियों और क्रूर मानसिकता को कभी नहीं भूल पाएगा. राजे ने अपने ट्वीट में आपातकाल को संविधान को कुचलने का प्रयास भी बताया, साथ ही अटल, आडवाणी और राजमाता सिंधिया का जिक्र राष्ट्र भक्तों के नाते करते हुए उन्हें नमन भी किया. वसुंधरा राजे ने अपने ट्वीट पर यह भी लिखा कि संघर्ष के पद से तपकर निकली भाजपा के नेतृत्व में भारत आज लोकतंत्र की खुली हवा में विकास की नई गाथा लिख रहा है.
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कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए आपातकाल लगाकर संविधान को कुचलने का प्रयास किया। लेकिन अटल जी, आडवाणी जी व राजमाता सिंधिया जी जैसे राष्ट्रभक्तों ने क्रूर यातनाओं को सहकर लोकतंत्र को पुनर्स्थापित किया। जिसके लिए मैं सभी लोकतंत्र सेनानियों को नमन करती हूं।#Emergency1975HauntsIndia
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— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) June 25, 2020कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए आपातकाल लगाकर संविधान को कुचलने का प्रयास किया। लेकिन अटल जी, आडवाणी जी व राजमाता सिंधिया जी जैसे राष्ट्रभक्तों ने क्रूर यातनाओं को सहकर लोकतंत्र को पुनर्स्थापित किया। जिसके लिए मैं सभी लोकतंत्र सेनानियों को नमन करती हूं।#Emergency1975HauntsIndia
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गौरतलब है कि आपातकाल की बरसी को काले दिवस के रूप में मना रही प्रदेश भाजपा ने गुरुवार सुबह आपातकाल भारतीय राजनीति का काला अध्याय विषय पर फेसबुक लाइव किया. जिसे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने संबोधित किया. वहीं, शाम को विश्व का बदलता परिदृश्य लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां भारत के विशेष संदर्भ में विषय पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर महेश चंद शर्मा व्याख्यान माला को संबोधित करेंगे या व्याख्यान वर्चुअल होगा.
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45 वर्ष पूर्व सत्ता की चाहत में भारतीय लोकतंत्र का गला घोंटते हुए जिस तरह कांग्रेस ने देश में आपातकाल घोषित किया, वो आजाद भारत के इतिहास का सबसे काला अध्याय है। ये राष्ट्र कांग्रेस की उन दमनकारी नीतियों व क्रूर मानसिकता को ना भुल पाया है, ना भूल पाएगा।#Emergency1975HauntsIndia
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— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) June 25, 202045 वर्ष पूर्व सत्ता की चाहत में भारतीय लोकतंत्र का गला घोंटते हुए जिस तरह कांग्रेस ने देश में आपातकाल घोषित किया, वो आजाद भारत के इतिहास का सबसे काला अध्याय है। ये राष्ट्र कांग्रेस की उन दमनकारी नीतियों व क्रूर मानसिकता को ना भुल पाया है, ना भूल पाएगा।#Emergency1975HauntsIndia
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आपातकाल के 45 साल...
25 जून 1975 की आधी रात को आपातकाल की घोषणा की गई, जो 21 मार्च 1977 तक लगी रही. इस दिन को भारतीय राजनीति के इतिहास का काला अध्याय भी कहा जाता है. उस दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर देश में आपातकाल की घोषणा की थी. बता दें कि भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन आपातकाल लगाया गया था.