जयपुर. उदयपुर में कन्हैयालाल के नृशंस हत्याकांड मामले (Udaipur Murder Case) में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होने कहा है कि यदि ऐसे तत्वों से पहले ही सख्ती से निपटा जाता तो इस घटनाक्रम को रोका जा सकता था. राजे ने कहा कि ऐसा क्राइम राजस्थान में पहली बार हुआ है. जिसने भी ये घटना को देखा या सुना, उसके मन में दुख और घृणा की भावना पनप रही है. राजे ने कहा कि राजस्थान में गवर्नेंस नाम की कोई चीज नहीं दिखती है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश में बहुत जरूरी हो गया है कि विश्वास का वातावरण बनाया जाए. ये तब संभव होगा, जब प्रदेश सरकार एक्टिव हो. लेकिन यहां तो पूरी समस्या को केवल दूसरों के कंधों पर डालने का काम हो रहा है. राजे ने कहा कि सबको साथ में लेकर इस समस्या का समाधान किया जाना चाहिए. राज्य सरकार को चाहिए कि इस प्रकार की घटनाएं क्यों हुईं इसकी तह तक जाएं. ऐसी प्लानिंग करें कि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो.
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ये है मामला: मंगलवार को उदयपुर में दो लोगों ने कन्हैयालाल नाम के व्यक्ति की उसकी दुकान में घुसकर बेरहमी से हत्या (Man Beheaded in Udaipur) कर दी थी. इसके बाद आरोपियों ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए अपना बयान सोशल मीडिया पर वीडियो बना कर पोस्ट किया था. वायरल वीडियो में हत्यारों ने प्रधानमंत्री तक को मारने की धमकी दी है. हालांकि घटना के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने दोनों हत्यारों को पकड़ लिया था. इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है. बताया जा रहा है पकड़े गए दोनों अपराधी आतंकवादी संगठनों से जुड़े हुए हैं.
राष्ट्र की सुरक्षा के लिए लिए खतरा राजस्थान सरकार: उदयपुर हत्याकांड को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने गहलोत सरकार के खिलाफ बड़ा बयान दिया है. तिवाड़ी ने कहा कि राजस्थान सरकार राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा है. तिवाड़ी ने कहा कि गहलोत तुष्टिकरण की राजनीति पर चल कर एंटी हिंदू सरकार चलाने का संदेश दे रही है. घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार राजस्थान में पीएफआई जैसे संगठनों को बार-बार कार्यक्रम करने की अनुमति देती है. ये भी तुष्टिकरण की नीति के तहत किया जा रहा है. होना ये चाहिए कि राजस्थान में भी योगी की सरकार की तरह ही एंटी सोशल गतिविधियों में लिप्त लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.