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राजस्थान में वन्यजीवों के शिकार को लेकर वन विभाग ने जारी किया हाई अलर्ट, मिली ये खुफिया जानकारी

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन जारी है. राजस्थान में भी लॉकडाउन के चलते लोग अपने घरों में कैद हैं और चारों तरफ सन्नाटा देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के चलते वन्यजीवों के शिकार का खतरा बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. ऐसे में भी खुफिया जानकारी मिलने के बाद वन विभाग ने वन्य जीव की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाया गया है.

राजस्थान में वन्यजीव, High Alert by Forest department, राजस्थान न्यूज़
राजस्थान में वन्यजीवों के शिकार को लेकर हाई अलर्ट जारी
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Published : May 9, 2020, 10:48 AM IST

जयपुर. लॉकडाउन के दौरान चारों तरफ शांत माहौल के बीच शिकारी वन्यजीवों के शिकार करने की फिराक में घात लगाए बैठे हैं. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से मिली खुफिया जानकारी के बाद राजस्थान में भी वन विभाग ने वन्य जीव की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाया गया है.

राजस्थान में वन्यजीव, High Alert by Forest department, राजस्थान न्यूज़
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से खुफिया जानकारी मिलने के बाद वन्यजीवों को लेकर बरती जा रही सतर्कता

प्रदेश में वन्यजीवों के शिकार को लेकर वन विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है. दरअसल, जानकारी मिली थी कि देश भर की अलग-अलग जगहों पर शिकारी दुर्लभ वन्यजीवों का शिकार करने की तैयारियों में जुटे हैं. शिकारियों की लिस्ट में सबसे ऊपर निशाने पर टाइगर है. इसके अलावा भी कई दुर्लभ वन्यजीवों का शिकार करने की जानकारी मिलने के बाद राजस्थान में भी वन विभाग हरकत में आया है.

पढ़ें: CM गहलोत का बड़ा बयान, कहा- राजस्थान में Corona की स्थिति नियंत्रण में है

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की ओर से निर्देश मिलने के बाद राजस्थान के मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने प्रदेश भर में हाई अलर्ट जारी किया है. राजस्थान के तीन टाइगर रिजर्व के सीसीएफ को सतर्क रहते हुए इलाके में निगरानी रखने के लिए आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा प्रदेशभर की सभी सेंचुरी एरिया में तैनात अधिकारियों को भी अपने इलाकों में विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं.

साथ ही कहा गया है कि इलाके में निरंतर निगरानी रखते हुए शिकारियों पर नजर रखें और वन्यजीवों की सुरक्षा करें. किसी भी तरह वन्यजीवों का शिकार ना हो पाए. विशेष तौर पर टाइगर, पैंथर, रीछ, चिंकारा, हिरण, काला हिरण, मोर, गोडावण जैसी दुर्लभ प्रजातियों पर विशेष निगरानी के आदेश दिए गए हैं. दुर्लभ प्रजातियों के वन्य जीव पर शिकारियों की विशेष नजर रहती है.

पढ़ें: राजस्थान में अनाधिकृत प्रवेश रोकने के लिए ई-पास और E-NOC की व्यवस्था, गृह विभाग ने जारी किए दिशा-निर्देश

वन विभाग द्वारा हाई अलर्ट जारी करने के बाद अधिकारी भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. प्रदेश में अलवर का सरिस्का टाइगर रिजर्व, कोटा का मुकंदरा और सवाई माधोपुर में रणथंबोर टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को विशेष तौर पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं.

चमगादड़ों के शिकार को लेकर भी एडवाइजरी जारी

राजस्थान वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने ये भी एडवाइजरी जारी की है कि चमगादड़ों को कोरोना वायरस का कारक ना माना जाए. उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि कोरोना संकट में चमगादड़ों के विरुद्ध फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए आमजन को जागरूक करें. चमगादड़ को मारना अपराध है. चमगादड़ों को मारने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

जयपुर. लॉकडाउन के दौरान चारों तरफ शांत माहौल के बीच शिकारी वन्यजीवों के शिकार करने की फिराक में घात लगाए बैठे हैं. केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से मिली खुफिया जानकारी के बाद राजस्थान में भी वन विभाग ने वन्य जीव की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाया गया है.

राजस्थान में वन्यजीव, High Alert by Forest department, राजस्थान न्यूज़
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से खुफिया जानकारी मिलने के बाद वन्यजीवों को लेकर बरती जा रही सतर्कता

प्रदेश में वन्यजीवों के शिकार को लेकर वन विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है. दरअसल, जानकारी मिली थी कि देश भर की अलग-अलग जगहों पर शिकारी दुर्लभ वन्यजीवों का शिकार करने की तैयारियों में जुटे हैं. शिकारियों की लिस्ट में सबसे ऊपर निशाने पर टाइगर है. इसके अलावा भी कई दुर्लभ वन्यजीवों का शिकार करने की जानकारी मिलने के बाद राजस्थान में भी वन विभाग हरकत में आया है.

पढ़ें: CM गहलोत का बड़ा बयान, कहा- राजस्थान में Corona की स्थिति नियंत्रण में है

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की ओर से निर्देश मिलने के बाद राजस्थान के मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने प्रदेश भर में हाई अलर्ट जारी किया है. राजस्थान के तीन टाइगर रिजर्व के सीसीएफ को सतर्क रहते हुए इलाके में निगरानी रखने के लिए आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा प्रदेशभर की सभी सेंचुरी एरिया में तैनात अधिकारियों को भी अपने इलाकों में विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए गए हैं.

साथ ही कहा गया है कि इलाके में निरंतर निगरानी रखते हुए शिकारियों पर नजर रखें और वन्यजीवों की सुरक्षा करें. किसी भी तरह वन्यजीवों का शिकार ना हो पाए. विशेष तौर पर टाइगर, पैंथर, रीछ, चिंकारा, हिरण, काला हिरण, मोर, गोडावण जैसी दुर्लभ प्रजातियों पर विशेष निगरानी के आदेश दिए गए हैं. दुर्लभ प्रजातियों के वन्य जीव पर शिकारियों की विशेष नजर रहती है.

पढ़ें: राजस्थान में अनाधिकृत प्रवेश रोकने के लिए ई-पास और E-NOC की व्यवस्था, गृह विभाग ने जारी किए दिशा-निर्देश

वन विभाग द्वारा हाई अलर्ट जारी करने के बाद अधिकारी भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. प्रदेश में अलवर का सरिस्का टाइगर रिजर्व, कोटा का मुकंदरा और सवाई माधोपुर में रणथंबोर टाइगर रिजर्व के अधिकारियों को विशेष तौर पर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं.

चमगादड़ों के शिकार को लेकर भी एडवाइजरी जारी

राजस्थान वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने ये भी एडवाइजरी जारी की है कि चमगादड़ों को कोरोना वायरस का कारक ना माना जाए. उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि कोरोना संकट में चमगादड़ों के विरुद्ध फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए आमजन को जागरूक करें. चमगादड़ को मारना अपराध है. चमगादड़ों को मारने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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