जयपुर. वन एवं पर्यावरण मंत्री (Forest and Environment Ministry) हेमाराम चौधरी (Hemaram Chaudhary) ने बुधवार को सचिवालय में विधिवत पूजा-अर्चना के बाद अपना पदभार ग्रहण किया. मंत्री ने कहा कि वन्यजीवों की सुरक्षा (Wild Animals safety) को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे. अवैध खनन (Illegal Mining) और वन भूमि पर अतिक्रमण (Encroachment on forest land) के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी. उनका कहना है कि काम कागजों पर नहीं, धरातल की हकीकत जानकर किया जाएगा.
हेमाराम चौधरी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि कागजों में तो सभी योजनाएं अच्छी बताई जाती हैं, लेकिन हम धरातल की हकीकत को जानकर काम करेंगे. वन एवं पर्यावरण विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग है. इस विभाग की जिम्मेदारी पहली बार मिली है, यह काफी चुनौतीपूर्ण है. विभाग में अच्छे कार्य किए जाएंगे ताकि आम लोगों को भी पता चल सके कि वन एवं पर्यावरण विभाग में काम हो रहा है. वन भूमि पर अतिक्रमण और वनों की कटाई को रोकने का प्रयास किया जाएगा. अवैध खनन को भी रोकने की कोशिश की जाएगी. वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे.
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अधिकारियों के साथ बैठक करके सभी बातों पर चर्चा की जाएगी. विभाग की सभी योजनाओं का रिव्यू किया जाएगा, ताकि बेहतर तरीके से योजनाओं को सफल बनाया जा सके. मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजना कारगर औषधि योजना का भी सर्वे किया जाएगा. कहां पर कितने औषधीय पौधे वितरण हुए हैं, इसकी भी जानकारी ली जाएगी. ताकि पता लगाया जा सके कि फील्ड में कितना काम हो रहा है. कागजो में तो सभी योजनाएं अच्छी बताएं दी जाती हैं. कागजो में तो पौधे भी अधिक वितरण बता दिया जाता है. यह भी बताया जाता है कि जमीनों पर भी अतिक्रमण नहीं हो रहा है, लेकिन धरातल पर कुछ और ही होता है. कहीं पर भी खामी पाई जाती है, तो उसमें सुधार किया जाएगा.
पक्षियों की मौत के मामलों को लेकर मंत्री ने कहा कि अधिकारियों से चर्चा करके इसमें भी सख्त कदम उठाए जाएंगे और किस वजह से मौत हो रही है, इसकी जांच की जाएगी. भविष्य में पक्षियों की मौत ना हो, इसकी रोकथाम के लिए क्या उपाय किया जा सकता है, इसको लेकर भी प्रयास किया जाएगा. प्रदेश में वन्यजीव की मौत होने पर उनके सैंपल आईवीआरआई बरेली भेजे जाते हैं. ऐसे में जांच लैब को लेकर मंत्री ने कहा कि केंद्र के सहयोग की भी जरूरत पड़ेगी. लेब को लेकर अधिकारियों से चर्चा की जाएगी. प्रयास किया जाएगा कि कोई भी बिमारी आने पर देरी नहीं हो, तुरंत प्रभाव से रोकथाम की जा सके.
कई बार वन्यजीव जंगलों से निकलकर बाहर आबादी क्षेत्रों में आ जाते हैं. वन्यजीव को जंगलों तक सीमित रखने और उनके भोजन पानी की तमाम व्यवस्थाओं को लेकर मंत्री ने कहा कि किस तरह से वन्यजीवों को कंट्रोल किया जाए, इसको लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे. मंत्री ने कहा कि वन विभाग में पेंडिंग मामलों को भी जल्द निपटाया जाएगा. अवैध खनन और कटान संबंधित मामलों पर सख्ती बरती जाएगी. अधिकारियों की मीटिंग लेकर ही आगे का कार्य किया जाएगा.