जयपुर. राजधानी के एसआर गोयल राजकीय सेटेलाइट अस्पताल में एक अनोखी व्यवस्था की गई है, जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों से कोरोना संक्रमण नहीं फैले. इसे लेकर अस्पताल में फुट हाइजीन की शुरुआत की गई है. क्योंकि माना जाता है कि हाथों के साथ-साथ पैरों से भी कोरोना का संक्रमण फैल सकता है और इस तरह की शुरुआत करने वाला यह जयपुर का पहला सरकारी अस्पताल है. जिससे जल्द ही अन्य सरकारी अस्पतालों में भी लागू किया जा सकता है.
जयपुर सीएमएचओ प्रथम डॉक्टर नरोत्तम शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सेठी कॉलोनी स्थित एसआर गोयल राजकीय सैटेलाइट अस्पताल में एक अनोखी व्यवस्था शुरू की गई है. अस्पताल में हाथों के साथ-साथ अब पैरों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है, जिसे फुट हाइजीन नाम दिया गया है. इसके तहत अस्पताल में फिलहाल एक ही गेट से एंट्री दी जा रही है और इसी गेट पर फुट हाइजीन की शुरुआत की गई है.
पढ़ेंः बाड़मेर: सिवाना आयुर्वेदिक अस्पताल में डॉक्टर का पद रिक्त, मेन गेट की हालात भी जर्जर
जैसे ही कोई मरीज अस्पताल में दाखिल होता है तो उसके लिए एक ट्रे में हाइपोक्लोराइट रखा गया है. इसके जरिए अस्पताल में दाखिल होने वाला हर व्यक्ति अपने पैर सैनिटाइज कर सके. इस तरह की शुरुआत करने वाला जयपुर का यह पहला सरकारी अस्पताल है. वहीं, अस्पताल के अधीक्षक डॉ. जगदीश सिंह यह जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में हैंड सैनिटाइजर के अलावा मास्क की उपलब्धता और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. इसके साथ ही मरीजों की अलग से ओपीडी चलाई जा रही है. जहां पल्स ऑक्सीमीटर, मल्टी पैरा मॉनिटरिंग और थर्मल स्कैनर का उपयोग किया जा रहा है.