जयपुर. राजधानी में बदमाशों के हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद होते जा रहे हैं और दिनदहाड़े मुख्य बाजारों में लूट और डकैती की वारदात घटित हो रही है. रविवार दोपहर चोमू थाना इलाके में पांच नकाबपोश बदमाशों की ओर से एक ज्वेलरी शॉप में घुसकर हथियार की नोक पर करोड़ों के जेवरात लूट लिए गए.
बदमाशों की तमाम करतूत शॉप में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है और फुटेज के आधार पर पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई है. वहीं चौमू के मुख्य मुख्य बाजार में दिनदहाड़े हुई डकैती की इस वारदात के बाद व्यापारियों में काफी रोष देखने को मिल रहा है. रविवार दोपहर तकरीबन 2:45 पर पांच नकाबपोश बदमाश चौमू शहर के मुख्य बाजार कसाईयों की मोरी स्थित एमके ज्वेलर्स में घुसे.
पढ़ें: ACB की निगाह रेवेन्यू बोर्ड के अन्य अधिकारियों पर भी, ऑफिस सीज...पैसे लेकर बदले जा रहे थे फैसले
जहां बदमाशों ने शॉप में घुसने के बाद सबसे पहले काउंटर पर बैठे युवक के मुंह पर टेप लगाई और फिर उसके हाथ भी टेप लगाकर बांध दिए. इस दौरान शॉप पर संचालक का छोटा बेटा भी मौजूद था. जिसने बदमाशों को देखकर शोर मचाया तो बदमाशों ने उसके भी मुंह पर टेप लगा दी और शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद नकाबपोश बदमाशों ने ज्वेलरी शॉप में डिस्प्ले पर लगे हुए तमाम जेवरात और तैयार सोने चांदी के जेवरात लूटे और उन्हें अपने बैग में भर लिया.
डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए. वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों की तलाश में आसपास के इलाके में नाकाबंदी भी कराई लेकिन बदमाशों का कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा. वहीं, वारदात के बाद पुलिस के आला अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और एफएसएल टीम और डॉग स्क्वायड टीम को भी मौके पर बुलाया गया. फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस बदमाशों का सुराग लगाने में जुटी हुई है.
चौमूं में ज्वेलर्स की दुकान पर दिनदहाड़े हुई लूट
चौमूं कस्बे के बापू बाजार में स्थित ज्वेलर्स की दुकान पर दिनदहाड़े हुई लूट की वारदात हो गई. जिसमें दो बाइकों पर सवार होकर आए पांच बदमाश लुटेरों ने ज्वेलर्स की दुकान को निशाना बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया. दुकान में रखी लाखों रुपयों की नकदी और सोने-चांदी के जेवर बैग में भरकर मौके से फरार हो गए. फिलहाल सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
खराब कैमरे बने मुसीबत
शहर में नगर पालिका प्रशासन ने कई साल पहले इस तरह की घटनाओं पर निगरानी के लिए 32 सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे. लेकिन रखरखाव के चलते यह कैमरे धीरे-धीरे खराब होते चले गए. इन सभी कैमरों के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर पालिका प्रशासन की है. पुलिस थाने से नगर पालिका प्रशासन को कैमरे ठीक करवाने के लिए कई बार पत्र भी लिखे गए लेकिन नगर पालिका ने कैमरे ठीक नहीं करवाए. यानी नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही यहां देखने को