जयपुर. राजस्थान सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की पालना नहीं करने पर निगम प्रशासन की ओर से 5 प्रतिष्ठानों को सीज किया गया. इसके साथ ही निगम की ओर से शहर भर में कराए जा रहे सोडियम हाइपोक्लोराइट के छिड़काव के लिए फायर वाहन की जगह डेडिकेटेड संसाधन विकसित करने का फायर समिति की बैठक में निर्णय लिया गया.
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ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पर फायर समिति की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता समिति चेयरमैन पारस जैन ने की. बैठक में सात प्रस्तावों पर चर्चा की गई. इनमें प्रमुख सैनिटाइजेशन से जुड़ा प्रस्ताव था. पारस जैन ने बताया कि फायर समिति की ओर से प्रत्येक वार्ड को सैनिटाइज किया जा रहा है, लेकिन सैनिटाइजेशन में उपयोग में लिए जा रहे सोडियम हाइपोक्लोराइट से फायर वाहन खराब हो रहे हैं. ऐसे में सैनिटाइजेशन के लिए डेडिकेटेड संसाधन विकसित करने का निर्णय लिया गया.
इसके अलावा अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र खोलने, अग्निशमन उपकरण स्टोर खोलने और राजस्व वृद्धि के लिए सभी एएफओ को निर्देशित किया गया. उन्होंने बताया कि एएफओ को सतत इंस्पेक्शन करने और जहां फायर एनओसी ना हो उन्हें तत्काल नोटिस देकर अवेयर करने के निर्देश दिए हैं.
इसके साथ ही फायर एनओसी लेने की प्रक्रिया का सरलीकरण करने के लिए भी लिखा गया है. बैठक में सभी विभागाध्यक्ष को फायर एनओसी के लिए लिखे जाने और सर्विस स्टेशन डेवलप करने के भी प्रस्ताव पारित किए गए.
5 प्रतिष्ठान सीज
वहीं, हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर 5 प्रतिष्ठानों को सीज किया गया. साथ ही ₹4500 का जुर्माना भी वसूला गया. उपायुक्त सिविल लाइन जोन रामकिशोर मेहता के नेतृत्व में टीम ने 3 प्रतिष्ठानों को सीज किया किया. इसी तरह हवामहल आमेर जोन उपायुक्त सुरेंद्र कुमार यादव के नेतृत्व में टीम ने चांदी की टकसाल और गणगौरी बाजार में दो दुकानों को कोविड-19 की पालना नहीं करने पर सीज किया.