जयपुर. राज्य सरकार अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने की तैयारी में जुट गई है. अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑफलाइन कराई जाएगी और संभवतः सितंबर के अंतिम सप्ताह में यह परीक्षाएं कराई जा सकती हैं. परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय भी मिलेगा. सूत्रों के अनुसार 25 सितंबर से यह परीक्षाएं शुरू हो सकती है.
सुप्रीम कोर्ट ने 28 अगस्त को निर्णय देते हुए कहा था कि 30 सितंबर तक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराई जाए. अंतिम वर्ष के किसी भी विद्यार्थी को प्रमोट नहीं किया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने यूजीसी का निर्णय सही माना था. यूजीसी ने कहा था अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा प्रमोट नहीं किया जाए, इसके खिलाफ सरकार कोर्ट भी गई थी. यूजीसी के दिशा निर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालय के अंतिम वर्ष और सेमेस्टर की सत्र 2019-20 की बकाया परीक्षा आयोजित कराने का निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिया है.
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उच्च शिक्षा के शासन सचिव शुचि शर्मा ने इसके लिए निर्देश जारी किए हैं. निर्देशों में कहा गया है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय 28 अगस्त और यूजीसी के दिशा-निर्देशों की पालना में विश्वविद्यालय की सत्र 2019-20 की अंतिम कक्षाओं और सेमेस्टर की परीक्षाएं समय सारणी बनाकर सितंबर महीने के तीसरे सप्ताह से आयोजित करवाई जाए. यदि परीक्षा 30 सितंबर तक कराना संभव नहीं हो तो उच्चतम न्यायालय के निर्णय अनुसार परीक्षा अवधि बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय राज्य सरकार के माध्यम से यूजीसी को आवेदन कर सकता है.
निर्देशों में परीक्षाओं के आयोजन के लिए कोविड-19 की केंद्र और राज्य सरकार की ओर से समय-समय पर जारी गाइडलाइन की पूर्णता पालन करने को भी कहा गया है. इसके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जाए और अन्य सभी सुरक्षात्मक उपायों की पालना की जाए. परीक्षार्थियों की सहूलियत का भी ध्यान रखने की बात निर्देशों में कही गई है.