जयपुर. राजधानी में ढहर के बालाजी मंदिर के पास रहने वाले पिता ने अपनी बेटी के अपहरण मामले में कलेक्टर से गुहार लगाई है. पीड़ित पिता ने मंगलवार को जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव को बेटी को बरामद करने को लेकर ज्ञापन दिया. पीड़ित पिता ने बताया कि उसकी 21 साल की पुत्री को कुछ लोग बहला-फुसलाकर कोटा ले गए. इस मामले में विद्याधर नगर थाने में मामला भी दर्ज कराया है, लेकिन पुलिस ने अबतक कोई कार्रवाई नहीं की और अब कहती है कि अपनी बेटी को खुद ही ढूंढकर लाए.
पीड़ित पिता ने बताया कि कोटा के लाडपुरा निवासी रंजीत महावर, विमला बाई, कैलाश बाई उसकी पुत्री को गणेश महावर के जरिए बहला-फुसलाकर ले गए. जो उनके दूर का रिश्तेदार है. सत्यनारायण ने पुलिस पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि 3 मई को बेटी के लापता होने पर विद्याधर नगर थाने में मामला दर्ज कराने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस का रवैया सही नहीं रहा. यहां मामला भी दर्ज नहीं किया जा रहा था, लेकिन कलेक्टर ऑफिस के दखल के बाद पुलिस ने 5 मई को एफआईआर दर्ज की. अब पुलिस कह रही है कि वे बेटी को खुद ही ढूंढकर लाए.
पिता ने बताया कि वह अपनी बेटी को ढूंढने रामपुरा थाना भी गया था. और अपनी बेटी को भी समझाया, लेकिन आरोपियों ने उसकी बेटी को गणेश के पक्ष में बयान नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. जिसके कारण उसकी बेटी डर गई और उसने आरोपी गणेश के पक्ष में बयान दे दिया. जिसके कारण पुलिस ने उन दोनों को छोड़ दिया. और अब वहां की स्थानीय पुलिस कह रही है कि दोनों वहां नहीं है. ज्ञापन में पीड़ित पिता ने बताया कि आरोपी गणेश महावर कोई काम नहीं करता और नशे का भी आदी है. इसलिए उसकी बेटी को बरामद कर उसकी जिंदगी बर्बाद होने से बचाया जाए.