जयपुर. बूंदी निवासी महावीर माली ने कोटा के सुकेत थाने के सीआई अब्दुल हकीम पर मारपीट और जमीन हड़प लेने का आरोप लगाया है. सीएम अशोक गहलोत को लिखे पत्र में बूंदी के लाखेरी थाने में दर्ज मुकदमे का भी जिक्र किया है.
पीड़ित महावीर माली ने बताया कि उसके 6 बीघा जमीन की पुलिस इंस्पेक्टर अब्दुल हकीम ने भरोसे में लेकर रजिस्ट्री करवा ली, उसके बाद रुपए नहीं दिए. जब रुपए मांगे तो घर पर बुलाकर बंधक बनाकर मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी दी गई. पीड़ित ने सीआई अब्दुल हकीम और उसके बेटों के खिलाफ बूंदी के लाखेरी थाने में मामला दर्ज करवाया. पीड़ित महावीर माली ने जब थाने पहुंचकर कार्रवाई और न्याय की गुहार लगाई तो कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में उसने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सपरिवार आत्मदाह करने की मांग की है.
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पीड़ित ने बताया कि उसके खाने-पीने के भी लाले पड़ गए हैं. पूरा परिवार डरा हुआ है. मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री समेत पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाई है. साथ ही पीड़ित ने मांग की है कि मामले की जांच कोटा, बूंदी जिले से नहीं करवाकर जयपुर से करवाई जाए. क्योंकि कोटा और बूंदी में इंस्पेक्टर अब्दुल हकीम के प्रभाव के चलते निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हो सकती.
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पीड़ित महावीर ने बताया कि 6 बीघा जमीन के 13 लाख 51 हजार रुपए देने की तय हुई थी. लेकिन काफी समय तक इंस्पेक्टर अब्दुल हकीम रुपए देने से टालता रहा और धीरे-धीरे विश्वास में लेकर रुपए प्राप्ति के एग्रीमेंट पर भी साइन करवा लिए. आखिरकार रुपए मांगने के लिए घर गए तो मारपीट कर भगा दिया.