जयपुर. राजधानी जयपुर की नॉर्थ पुलिस ने शहर में फर्जी पट्टे और साइट प्लान बनाने वाले गिरोह (Fake land lease gang busted) का पर्दाफाश किया है. शहर की जयसिंहपुरा खोर थाना पुलिस ने एक डिकॉय ऑपरेशन के जरिए इस गिरोह का पर्दाफाश कर गिरोह से जुड़े 6 आरोपियों को (Jaipur police arrested 6 crooks) गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से एक हजार से अधिक फर्जी आवंटन पत्र, रसीद, साइट प्लान समेत 45 फर्जी मोहर व दस्तावेज बरामद किए गए हैं. अब तक ये गिरोह शहर में इन फर्जी दस्तावेजों से जमीनों की खरीद फरोख्त कर लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं.
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि राजधानी जयपुर में फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों को जमीन बेचकर लाखों रुपये का चूना लगाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. ये गिरोह सरकारी या अन्य बेशकीमती जमीनों के फर्जी पट्टे, साइट प्लान तैयार कर जाली रसीदों के जरिए पहले कब्जा करते थे और फिर दूसरे लोगों को लाखों रुपए में बेच देते थे. यहीं नहीं ये गिरोह फर्जी पट्टों को बैंक में गिरवी रखकर लाखों रुपए का कर्ज लेकर भी धोखाधड़ी करते थे. मुखबिर से मिली सूचना पर शहर के जयसिंहपुरा खोर थाना पुलिस ने एक डिकॉय ऑपरेशन के जरिए इस गिरोह को बेनकाब किया है.
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पुलिस की गिरफ्त में छह आरोपी
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी दिनेश, महेंद्र जैन, रवि सैन, अब्दुल गनी, नसीमुद्दीन, नसरूद्दीन है. पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में फर्जी मोहर, पट्टे, साइट प्लान और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं. पुलिस को सूचना मिली थी कि जसवंतपुरा को इलाके में रास्ते पर एक व्यक्ति ग्राहक के इंतजार में खड़ा है. पुलिस कर्मी को बोगस ग्राहक बनाकर जमीनों के फर्जी पट्टे का सौदा तय करने के लिए भेजा गया जहां पुलिस ने आरोपी दिनेश को पकड़ लिया. उसके कब्जे से आवंटन पत्र रसीद, साइट प्लान और मोहर बरामद की. दिनेश उर्फ कालू ने फर्जी आवेदन पत्र बनाने वाले आरोपियों की जानकारी दी. इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी महेंद्र जैन को गिरफ्तार किया. पूछताछ में महेंद्र ने बताया कि कई साल से शहर के विभिन्न सोसाइटी के पट्टे तैयार करता है. उसका परिवारिक प्रिंटिंग प्रेस है. महेंद्र दोसा में स्टेशनरी की दुकान करने वाले रवि सेन से मोहर तैयार करवा कर अलग-अलग सोसाइटी के कूट रचित पट्टे तैयार करके भेजता था.
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पुलिस की माने तो लंबे समय से पुलिस को इलाके में एक ऐसे गिरोह के बारे में सूचनाएं मिल रहीं थी जो जमीनों के फर्जी पट्टे जारी कर विवाद पैदा करता था. जयसिंह पुरा खोर थाने के कांस्टेबल ओम प्रकाश को मुखबिर से सूचना मिली थी कि जयपुर शहर में एक व्यक्ति कई सोसाइटियों के खाली पट्टे और मोहर रखता है और मौके पर ही 20 से 25 हजार रुपये में फर्जी पट्टे तैयार कर दे देता है. पुलिस ने सूचना के आधार पर डिकॉय ऑपरेशन किया और इस गिरोह के सरगना दिनेश को हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया.
फर्जी पट्टों के आधार पर लोन
जयसिंहपुरा खोर थाना अधिकारी सत्यपाल यादव के मुताबिक आरोपी दिनेश और महेंद्र जैन इस गिरोह का सरगना है जो पहले प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े था, लेकिन कमाई बंद होने के बाद जमीनों के फर्जी दस्तावेज तैयार करने का फर्जीवाड़ा करने लगे. महेंद्र जैन का प्रिंटिंग प्रेस है जहां वह फर्जी दस्तावेज तैयार करता था. लोगों की मांग के मुताबिक ये आरोपी अब तक करीब तीन दर्जन सोसाइटियों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच चुके हैं. फर्जी दस्तावेजों के जरिए न केवल जमीनों की खरीद-फरोख्त या जमीनों पर कब्जा करते हैं, बल्कि फर्जी पट्टों को फाईनेंस एजेंसियों या बैंकों में गिरवी रखकर लाखों रुपयों का कर्जा भी ले लेते थे. अब तक की जांच में ऐसे कई मामलों का खुलासा हुआ है.