जयपुर. राजस्थान में जयपुर के जिला प्रमुख चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद जब से भाजपा ने कांग्रेस को पूर्ण बहुमत होने के बाद भी अपना जिला प्रमुख बना लिया है, तो अब कांग्रेस पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं. आज मंत्री अशोक चांदना ने यहां तक कह दिया कि जिन लोगों को मुख्यमंत्री ने 1 साल पहले भूलो और माफ करो की नीति पर चलते हुए माफ किया, आज उन्हीं जयचंदों के चलते यह सब हुआ है.
सीधे तौर पर अशोक चांदना का निशाना पायलट कैंप के विधायक वेद सोलंकी पर था. जब अशोक चांदना ने आरोप लगाए तो पायलट कैंप के विधायक भी इन आरोपों का जवाब देने सामने आए, पायलट कैम्प के विधायक रामनिवास गावड़िया ने कहा कि आज सचिन पायलट के जन्मदिन में जिस तरीके से प्रदेश का नौजवान और किसान जयपुर पहुंचे हैं, वह सचिन पायलट के प्रति उसकी दीवानगी बता रहा है.
गावड़िया ने कहा कि मंत्री अशोक चांदना ने जयपुर जिला प्रमुख को लेकर हुए नाटकीय घटनाक्रम पर जो बयान दिया है और जिस तरीके का बयान मंत्री ने दिया है, उसके लिए सीधे तौर पर इन चुनाव की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रभारी जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले जिस तरीके से बाड़ेबंदी की गई और अगर बाड़ेबंदी में से उनके हाथ से कोई कैंडिडेट निकल गया तो उसकी जिम्मेदारी संगठन के उन प्रभारियों को लेनी चाहिए, जिन पर चुनाव मैनेजमेंट की कमान थी, न कि किसी दूसरे के ऊपर कीचड़ उछालना चाहिए.
गावड़िया ने कहा कि आरोप लगाने वाले नेताओं को अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए. इस मामले में गावड़िया ने महेश जोशी और राजेंद्र राठौड़ के बीच कल हुई बातचीत और महेश जोशी का राजेंद्र राठौड़ की गाड़ी में सवार होकर जाने के मामले को भी उठाया. उन्होंने कहा कि जो घटनाक्रम सोमवार को हुआ उसमें पार्टी के प्रभारियों को सोचना चाहिए कि कैसे यह घटना हुई और उसके तुरंत बाद राजेन्द्र राठौड़ और महेश जोशी एक ही गाड़ी में बैठकर कैसे जा रहे थे. जबकि 5 मिनट पहले ही महेश जोशी, राजेंद्र राठौड़ पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रहे थे.
गावड़िया ने कहा कि इन चुनावों में जिन लोगों को संगठन की ओर से जिम्मेदारी दी गई थी, चूक उन्हीं लोगों की है.