ETV Bharat / city

Interview: कांग्रेस के डिप्टी मेयर पद को लेकर नाराजगी, वरिष्ठ पार्षद उमर दराज ने कहा- असलम फारुकी पर है 420 का केस

हेरिटेज नगर निगम में उपमहापौर पद पर कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद उमर दराज का नाम टॉप पर चल रहा था. लेकिन, कांग्रेस ने असलम फारुकी को उपमहापौर का प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में बुधवार को पार्षद उमर दराज नामांकन फॉर्म दाखिल करने के दौरान मुख्यालय से लौट गए. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में पार्षद उमर दराज ने विधायक रफीक खान की ओर से नजरअंदाज करने और असलम फारुकी पर 420 का केस होने की बात कही.

Jaipur News, Heritage Municipal Corporation, डिप्टी मेयर पद,  कांग्रेस पार्षद, एक्सक्लूसिव बातचीत
वरिष्ठ कांग्रेस पार्षद और डिप्टी मेयर प्रत्याशी से एक्सक्लूसिव बातचीत
author img

By

Published : Nov 11, 2020, 3:49 PM IST

जयपुर. कांग्रेस ने हेरिटेज नगर निगम में असलम फारुकी को उपमहापौर का प्रत्याशी बनाया है. हालांकि, उपमहापौर पद पर कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद उमर दराज का नाम टॉप पर चल रहा था. वो 4 बार पार्षद रहे हैं. बुधवार को पार्षद उमर दराज की नाराजगी हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर भी नजर आई. नामांकन फॉर्म दाखिल करने के दौरान वो नाराज होकर मुख्यालय से लौट गए. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में पार्षद उमर दराज ने विधायक रफीक खान की ओर से नजरअंदाज करने और असलम फारुकी पर 420 के केस में जेल जाने का आरोप लगाया.

वरिष्ठ कांग्रेस पार्षद और डिप्टी मेयर प्रत्याशी से एक्सक्लूसिव बातचीत

गौरतलब है कि कांग्रेस में मुस्लिम समुदाय से वरिष्ठता के हिसाब से पार्षद उमर दराज और आयशा सिद्दीकी आते हैं. लेकिन इन नामों को दरकिनार हुए कांग्रेस ने दो बार के निर्दलीय पार्षद रहकर पहली बार कांग्रेस के टिकट पर पार्षद बने असलम फारुकी को उपमहापौर पद का प्रत्याशी बनाया है. इसे लेकर वरिष्ठ पार्षद उमर दराज ने नाराजगी व्यक्त की.

पढ़ें: कांग्रेस ने बोर्ड बना तो लिया है, लेकिन ज्यादा दिन चला नहीं पाएगी : कुसुम यादव

ईटीवी भारत से बातचीत में पार्षद उमर दराज ने पहले इसे पार्टी आलाकमान का फैसला बताया और फिर कहा कि क्षेत्रीय विधायक रफीक खान नहीं चाहते कि वो उप महापौर बनें. उन्होंने पार्टी आलाकमान पर वरिष्ठता की गाइडलाइन फॉलो नहीं करने का आरोप भी लगाया. साथ ही उप महापौर प्रत्याशी असलम फारुकी पर 420 के केस में एक महीने जेल जाने का आरोप भी लगाया.

वहीं, नामांकन भरने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान असलम फारुकी ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो बेबुनियाद हैं. कांग्रेस ने राय मशवरा कर उनका नाम तय किया है. जिस तरह मंगलवार को कांग्रेस की महापौर चुनी गई, उसी तरह बुधवार को कांग्रेस का ही उपमहापौर चुना जाएगा. बीजेपी को तो अपना कैंडिडेट खड़ा ही नहीं करना चाहिए था.

पढ़ें: कोटा में उप महापौर के लिए होगी वोटिंग, कांग्रेस और भाजपा ने उतारे प्रत्याशी

हालांकि, वरिष्ठ पार्षद आयशा सिद्दीकी ने उप महापौर के नाम को पार्टी आलाकमान का फैसला बताते हुए समर्थन किया. बता दें कि उप महापौर प्रत्याशी असलम फारुकी मुख्य सचेतक महेश जोशी के करीबी माने जाते हैं. महापौर पद पर सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र से मुनेश गुर्जर को प्रत्याशी बनाकर मेयर चुना गया है. ऐसे में अब उप महापौर की सीट महेश जोशी के खाते की मानी जा रही थी.

जयपुर. कांग्रेस ने हेरिटेज नगर निगम में असलम फारुकी को उपमहापौर का प्रत्याशी बनाया है. हालांकि, उपमहापौर पद पर कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद उमर दराज का नाम टॉप पर चल रहा था. वो 4 बार पार्षद रहे हैं. बुधवार को पार्षद उमर दराज की नाराजगी हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर भी नजर आई. नामांकन फॉर्म दाखिल करने के दौरान वो नाराज होकर मुख्यालय से लौट गए. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में पार्षद उमर दराज ने विधायक रफीक खान की ओर से नजरअंदाज करने और असलम फारुकी पर 420 के केस में जेल जाने का आरोप लगाया.

वरिष्ठ कांग्रेस पार्षद और डिप्टी मेयर प्रत्याशी से एक्सक्लूसिव बातचीत

गौरतलब है कि कांग्रेस में मुस्लिम समुदाय से वरिष्ठता के हिसाब से पार्षद उमर दराज और आयशा सिद्दीकी आते हैं. लेकिन इन नामों को दरकिनार हुए कांग्रेस ने दो बार के निर्दलीय पार्षद रहकर पहली बार कांग्रेस के टिकट पर पार्षद बने असलम फारुकी को उपमहापौर पद का प्रत्याशी बनाया है. इसे लेकर वरिष्ठ पार्षद उमर दराज ने नाराजगी व्यक्त की.

पढ़ें: कांग्रेस ने बोर्ड बना तो लिया है, लेकिन ज्यादा दिन चला नहीं पाएगी : कुसुम यादव

ईटीवी भारत से बातचीत में पार्षद उमर दराज ने पहले इसे पार्टी आलाकमान का फैसला बताया और फिर कहा कि क्षेत्रीय विधायक रफीक खान नहीं चाहते कि वो उप महापौर बनें. उन्होंने पार्टी आलाकमान पर वरिष्ठता की गाइडलाइन फॉलो नहीं करने का आरोप भी लगाया. साथ ही उप महापौर प्रत्याशी असलम फारुकी पर 420 के केस में एक महीने जेल जाने का आरोप भी लगाया.

वहीं, नामांकन भरने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान असलम फारुकी ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो बेबुनियाद हैं. कांग्रेस ने राय मशवरा कर उनका नाम तय किया है. जिस तरह मंगलवार को कांग्रेस की महापौर चुनी गई, उसी तरह बुधवार को कांग्रेस का ही उपमहापौर चुना जाएगा. बीजेपी को तो अपना कैंडिडेट खड़ा ही नहीं करना चाहिए था.

पढ़ें: कोटा में उप महापौर के लिए होगी वोटिंग, कांग्रेस और भाजपा ने उतारे प्रत्याशी

हालांकि, वरिष्ठ पार्षद आयशा सिद्दीकी ने उप महापौर के नाम को पार्टी आलाकमान का फैसला बताते हुए समर्थन किया. बता दें कि उप महापौर प्रत्याशी असलम फारुकी मुख्य सचेतक महेश जोशी के करीबी माने जाते हैं. महापौर पद पर सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र से मुनेश गुर्जर को प्रत्याशी बनाकर मेयर चुना गया है. ऐसे में अब उप महापौर की सीट महेश जोशी के खाते की मानी जा रही थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.