जयपुर. राजस्थान भाजपा (Rajasthan BJP) में गलत बयानबाजी से उठा बवंडर पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को जारी एक नोटिस के बाद लगभग थम सा गया. हालांकि, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) कहते हैं कि जो नोटिस जारी किया गया, उनसे भी कोई जातीय दुश्मनी नहीं थी. लेकिन पार्टी के अनुशासन की मर्यादा से सबको बंध कर रहना पड़ेगा. पूनिया ने यह भी कहा कि समझदार को इशारा ही काफी होता है.
सबके निर्णय के बाद लिया जाता है फैसला
पूनिया ने कहा कि पार्टी में कोई भी फैसला लिया जाता है तो वह अकेले का नहीं होता है. उन्होंने कहा कि सबकी सहमति के साथ निर्णय लिया जाता है और आगे बढ़ाया जाता है. उन्होंने कहा कि रोहिताश्व शर्मा के मामले में भी ऐसा ही हुआ है. पूनिया ने कहा कि पार्टी की मर्यादा बनी रहे, इसका ध्यान तो हम सब को रखना पड़ेगा.
नाराजगी हो सकती है लेकिन...
पूनिया ने कहा कि राजनीति (Politics) में कई बार विकृति भी होती है और मतभेद भी, लेकिन बीजेपी अनुशासन के साथ चलने वाला राजनीतिक दल है. पूनिया ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है. ऐसे और भी कई उदाहरण हैं और बहुत सारी घटनाएं हुई हैं, जिनका अलग-अलग समय में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया उल्लेख कर चुके हैं.
कोई भी व्यक्ति पार्टी से ऊपर नहीं
सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा कि उसको किस तरीके से व्यक्त किया जाता है यह अलग चीज है. लेकिन आज मैं भी पार्टी की अनुशासन की मर्यादा से बंधा हूं, मेरे बोलने से लेकर कामकाज सब चीजों का असर पड़ता है. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति पार्टी से ऊपर नहीं है और अनुशासन व मर्यादा में रहकर अपनी बात कही जा सकती है.
मेरी जातीय दुश्मनी नहीं
पिछले दिनों पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को जारी किए गए नोटिस के सवाल पर सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा कि मेरी किसी से जातीय दुश्मनी नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने आप को प्रमाणित कर दिया. अखबारों में छपा, ऑडियो में कार्यकर्ताओं से जिस तरीके से बातचीत की, वीडियो आया वो सबके सामने है. मुझे लगता है ये सब ध्यान में रखने की जरूरत है कि अपनी बात को हमेशा उचित मंच पर ही व्यक्त करें.
यह पार्टी के लिए अच्छा है
हालांकि, जब पूनिया से पूछा गया कि नोटिस के बाद लगातार हो रही बयानबाजी थम गई तो उन्होंने कहा कि यह पार्टी के लिए भी अच्छा है. लेकिन, जब उनसे पूछा गया कि क्या अब आगे नोटिस जारी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी तब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समझदार को इशारा ही काफी होता है. बयानबाजी थम गई तो ये पार्टी और सबके हित में है.
गौरतलब है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) के दिल्ली से लौटने के बाद इस बात की संभावना थी कि गलत बयानबाजी करने वाले अन्य नेताओं को भी नोटिस जारी किया जाएगा, लेकिन संगठन को जो मैसेज देना था वो गलत बयानबाजी करने वाले नेताओं तक शायद पहुंच गया है. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का बयान तो इसी ओर इशारा कर रहा है.