जयपुर. अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद का मसला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और इस बीच आए जयपुर पूर्व राजपरिवार की सदस्य दीया कुमारी के भगवान श्रीराम के वंशज होने के बयान से हर कोई हैरान है. हालांकि, भाजपा सांसद दीया कुमारी ने जो दावा किया है, उसके पीछे एक ठोस आधार है वो वंशावली और नक्शे, जो जयपुर पूर्व राजपरिवार के पोथीखाने में मौजूद है. जयपुर पूर्व राजपरिवार के सिटी पैलेस में मौजूद इस पोथीखाने में पहुंची ईटीवी भारत टीम और देखे वो आधार, जो दीया कुमारी के दावे को एक ठोस आधार देता है.
पोथीखाने में है वंशावली और अहम नक्शे, दावा - सवाई जयसिंह ने कराया था 1700 में राम मंदिर का निर्माण
सिटी पैलेस में जयपुर पूर्व राजपरिवार की ओर से यह वंशावली और नक्शे से जुड़े अहम दस्तावेज सहेज कर रखे गए हैं. इसके जरिए यह दावा भी किया गया कि यह नक्शा कच्छवाहा वंश के शासक जयसिंह के वक्त बनाया गया था. जिसमें अयोध्या के परकोटे में राम जन्मभूमि का जिक्र भी किया गया है. 1700 ईस्वी से जुड़े इन नक्शों और वंशावली को आधार बनाकर यह भी दावा किया जा रहा है कि यह नक्शा सवाई जयसिंह के समय का बना हुआ है.
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सिटी पैलेस में ओएसडी पद पर कार्यरत रामू रामदेव के अनुसार सवाई जय सिंह ने जहां भी जयसिंहपुर बसाया, वहां के नक्शे भी बनवाए हैं और वह नक्शे में से ही एक नक्शा यह है. दावा यह भी किया जा रहा है कि 1717 से 1725 के बीच में सवाई जय सिंह ने वहां राम मंदिर का निर्माण भी कराया था.
इतिहासकारों ने भी कहा, राम जन्म स्थल पर जयपुर के कछवाहा वंश का हक
जयपुर के सिटी पैलेस स्थित पोथी खाने में रखे अहम दस्तावेजों का जिक्र इतिहासकार भी करते हैं. प्रसिद्ध इतिहासकार आर. नाथ की किताब द जयसिंहपुरा ऑफ सवाई राजा जयसिंह एट अयोध्या के एनेक्सचर 2 के मुताबिक अयोध्या के राम जन्म स्थल मंदिर पर जयपुर के कच्छवाहा वंश का अधिकार था.