जयपुर. शहर में सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था संतोषजनक नहीं है. कई पब्लिक टॉयलेट मरम्मत की बाट जो रहे हैं. टॉयलेट के बदतर हालातों की तस्वीर ईटीवी भारत पर प्रसारित होने के बाद अब प्रशासन ने इनकी सुध ली है और संबंधित ठेकेदार को नोटिस भी जारी किए गए हैं. साथ ही जेईएन और एईएन को नियमित मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
राजधानी के नगर निगम क्षेत्र में बने पब्लिक टॉयलेट, कम्युनिटी टॉयलेट और यूरिनल की साफ-सफाई और रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम ने कॉन्ट्रैक्ट पर दे रखी है. निगम की सीधी निगरानी नहीं होने के चलते फिलहाल जयपुर के कई टॉयलेट बदहाल हैं. कई यूरिनल मरम्मत की मांग कर रहे हैं तो सुलभ शौचालय के बैनर के तले पब्लिक टॉयलेट सीलन की मार झेल रहा है.
यही नहीं कुछ एक टॉयलेट के तो सीवर चैंबर ही नहीं थे, जिसकी वजह से गंदगी भी बाहर आ जाती है. मेंटेनेंस के अभाव में कुछ यूरिनल में टॉयलेट पोट नहीं, तो कहीं टाइल्स भी उधड़ी हुई है. जबकि पानी और बिजली तो इन टॉयलेट में मानो आम समस्या है. ईटीवी भारत पर प्रसारित हुई इन तस्वीरों के बाद निगम प्रशासन ने टॉयलेट्स की व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कमर कस ली है.
हेरिटेज नगर निगम एक्सईएन हेड क्वार्टर किशन लाल मीणा ने कहा कि खबर में सामने आए टॉयलेट्स की व्यवस्था दिखाई गई है।.साथ ही संबंधित ठेकेदारों को नोटिस जारी कर टॉयलेट्स को दुरुस्त किया गया है. वहां पर नियमित मॉनिटरिंग के लिए जेईएन और एईएन को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो मौके पर जाकर पब्लिक टॉयलेट्स की मॉनिटरिंग करेंगे. बता दें, फिलहाल पब्लिक टॉयलेट्स की जिम्मेदारी सुलभ इंटरनेशनल और दो अन्य संस्थाओं के पास है.