जयपुर. ईटीवी भारत की एक बार फिर खबर का बड़ा असर देखने को मिला है. कोरोना वायरस से चल रही भारत की जंग के बीच पूरा देश 21 दिनों तक लॉकडाउन है. ऐसे में देशभर में यातायात के साधन पूरी तरह से बंद है. यहां तक की मजदूरों का काम धंधा भी पूरी तरह से रूक चुका है. जिसके चलते रोजी-रोटी के संकट से ग्रस्त मजदूर अब अपने घरों की ओर कूच रहे हैं. ऐसी ही एक तस्वीर जब ईटीवी भारत को दिखाई दी, तो हमने हमारा सामाजिक सरोकार को निभाया और जयपुर में पुलिस और प्रशासन को इसकी तुरंत सूचना दी.
दरअसल, शुक्रवार को ईटीवी भारत की जयपुर टीम ने सड़क पर निकलकर रियलिटी चेक किया. लॉकडाउन के दौरान जब ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता ने देखा कि दो ट्रक में 150 से ज्यादा मजदूरों को भरकर ले जाया जा रहा था, तो सामाजिक सरोकार के तहत संवाददाता ने ट्रक को रुकवाया. पूछताछ करने पर पता चला कि ये मजदूरों से भरे दो ट्रक गुजरात से आगरा की ओर जा रहे थे.
मजदूरों ने बताया कि इस ट्रक में भरतपुर, धौलपुर, आगरा और मथुरा से हैं. मजदूरों ने मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने बुधवार से ना तो पानी पीया है और ना ही खाना खाया है. इसके बाद संवाददाता ने पहल करते हुए इनके लिए जरूरी इंतजामात किए. जरा आप सोचिए कोरोना से लड़ना है, तो सोशल डिस्टेंस रखना है और ऊपर से दो ट्रकों में इतनी संख्या में लोग एक साथ जमा थे. जिसके बाद उनकी चिंता को देखते हुए ईटीवी भारत ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी और उनकी जान बचाने का प्रयास किया.
ईटीवी भारत ने दिनभर से भूखे, प्यासे ट्रक में बैठे मजदूरों को जयपुर पुलिस की मदद से खाना खिलाया. वहीं मौके पर पानी का टैंकर बुलाकर उनके पेयजल का भी इंतजाम किया. इतना ही नहीं उनके सफर में संक्रमण से सुरक्षा के लिए उनको मास्क भी दिए.
मजदूरों की हुई मेडिकल जांच
ईटीवी भारत की खबर और फोन पर जानकारी मिलने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने 150 से ज्यादा मजदूरों की मेडिकल जांच करवाई, साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस के बचाव की जानकारी भी दी.
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अब ट्रकों में भरकर नहीं, अलग से होगी पहुंचने की व्यवस्था
प्रशासन ने संक्रमण के डर से अब इन मजदूरों को उनके स्थान पर पहुंचाने के लिए अलग से व्यवस्था कर दी है. जिसके बाद अब वो अलग-अलग दूरी बनाकर अपने स्थान पर जा पाएंगे, साथ ही उनके लिए खाने और पीने के पानी की भी पूरी व्यवस्था भी कर दी है, ताकि उनको रास्ते में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़ें.