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युवाओं के बेहतर कल के लिए प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाए: राज्यपाल मिश्र

राज्यपाल कलराज मिश्र ने गुरुवार को जयपुरिया इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट की 8वीं इंटरनेशनल 'यूथ 2025' कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि युवाओं के बेहतर कल के लिए प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाए.

Jaipuria Institute of Management,  Governor Kalraj Mishra
राज्यपाल कलराज मिश्र
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Published : Feb 18, 2021, 7:01 PM IST

जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने युवाओं के बेहतर कल के लिए प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार के नवीन क्षेत्रों की तलाश कर उन पर कार्य करने की आवश्यकता जताई है. उन्होंने स्थानीय संसाधनों के समुचित उपयोग से वृहद, मध्यम एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा दिए जाने का आह्वान किया है.

राज्यपाल कलराज मिश्र का संबोधन

पढ़ें- CM गहलोत ने अजमेर शरीफ में चढ़ाई सोनिया गांधी और राहुल गांधी की चादर

मिश्र गुरुवार को जयपुरिया इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट की 8वीं इंटरनेशनल 'यूथ 2025' कॉन्फ्रेंस के ऑनलाइन उद्घाटन के बाद संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वही विकास दीर्घकाल तक स्थाई रह सकता है, जिसमें प्रकृति के अधिकाधिक दोहन की बजाय संरक्षण की सोच के साथ कार्य किया जाए. उन्होंने युवाओं को देश की प्राकृतिक संपदा के संरक्षण की सोच रखते हुए व्यावसायिक विकास के नवाचारों पर अधिकाधिक ध्यान देने पर जोर दिया.

राज्यपाल ने कहा कि व्यवसाय में बेहतर प्रबंध से उसकी सफलता सुनिश्चित होती है. इसी तरह प्राकृतिक संसाधनों के समुचित संरक्षण के साथ स्थानीय संसाधनों के व्यावसायिक उपयोग का समुचित प्रबंध यदि किया जाता है तो औद्योगिक विकास के 'बेहतर कल' का निर्माण किया जा सकता है.

छोटे एवं मध्यम उद्योग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है

कलराज मिश्र ने 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए उद्यमशीलता और नवोन्मेष को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि उच्चतम प्रौद्योगिकियों को अपनाने के साथ ही देश के छोटे व मझोले उद्यमों के विकास को सभी स्तरों पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि छोटे एवं मध्यम उद्योग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है, उन पर विशेष ध्यान देने के साथ ही उनसे संबंधित उत्पादों के वैश्विक विपणन पर भी ध्यान दिया जाए. इसके लिए व्यावसायिक शिक्षण संस्थाओं में आरंभ से ही शिक्षण-प्रशिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए.

राजस्थान उद्योगपतियों की नर्सरी है

मिश्र ने कहा कि राजस्थान उद्योगपतियों की नर्सरी है. राजस्थान के कारोबारियों ने पूरे विश्व में अपने कौशल और सूझ-बूझ की गहन व्यावसायिक दृष्टि से विशिष्ट पहचान बनाई है. उन्होंने नवलगढ़, पिलानी, सुजानगढ़ से बाहर गए उद्यमियों की चर्चा करते हुए कहा कि जरूरत इस बात की भी है कि राजस्थान के प्रवासी उद्यमी प्रदेश में ही उद्योग धंधे स्थापित कर यहां अधिकाधिक निवेश कर युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करें.

पूर्व में राज्यपाल मिश्र ने संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया. उन्होंने भारतीय संविधान को मानवीय अधिकारों का वैश्विक दस्तावेज बताते हुए इसके प्रति युवाओं में जागरूकता का आह्वान भी किया. इससे पहले जयपुरिया इंट्रिगल एज्युकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने राजस्थान में उद्यमिता व औद्योगिक विकास की संभावनाओं के साथ व्यावसायिक शिक्षण पर विस्तार से प्रकाश डाला.

ख्वाजा की दरगाह पर चढ़ाई राज्यपाल की चादर

महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 809वें उर्स के अवसर पर गुरुवार को राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से पेश की गई चादर अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह में पेश की गई.

जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने युवाओं के बेहतर कल के लिए प्रदेश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार के नवीन क्षेत्रों की तलाश कर उन पर कार्य करने की आवश्यकता जताई है. उन्होंने स्थानीय संसाधनों के समुचित उपयोग से वृहद, मध्यम एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा दिए जाने का आह्वान किया है.

राज्यपाल कलराज मिश्र का संबोधन

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मिश्र गुरुवार को जयपुरिया इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट की 8वीं इंटरनेशनल 'यूथ 2025' कॉन्फ्रेंस के ऑनलाइन उद्घाटन के बाद संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वही विकास दीर्घकाल तक स्थाई रह सकता है, जिसमें प्रकृति के अधिकाधिक दोहन की बजाय संरक्षण की सोच के साथ कार्य किया जाए. उन्होंने युवाओं को देश की प्राकृतिक संपदा के संरक्षण की सोच रखते हुए व्यावसायिक विकास के नवाचारों पर अधिकाधिक ध्यान देने पर जोर दिया.

राज्यपाल ने कहा कि व्यवसाय में बेहतर प्रबंध से उसकी सफलता सुनिश्चित होती है. इसी तरह प्राकृतिक संसाधनों के समुचित संरक्षण के साथ स्थानीय संसाधनों के व्यावसायिक उपयोग का समुचित प्रबंध यदि किया जाता है तो औद्योगिक विकास के 'बेहतर कल' का निर्माण किया जा सकता है.

छोटे एवं मध्यम उद्योग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है

कलराज मिश्र ने 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए उद्यमशीलता और नवोन्मेष को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि उच्चतम प्रौद्योगिकियों को अपनाने के साथ ही देश के छोटे व मझोले उद्यमों के विकास को सभी स्तरों पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि छोटे एवं मध्यम उद्योग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है, उन पर विशेष ध्यान देने के साथ ही उनसे संबंधित उत्पादों के वैश्विक विपणन पर भी ध्यान दिया जाए. इसके लिए व्यावसायिक शिक्षण संस्थाओं में आरंभ से ही शिक्षण-प्रशिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए.

राजस्थान उद्योगपतियों की नर्सरी है

मिश्र ने कहा कि राजस्थान उद्योगपतियों की नर्सरी है. राजस्थान के कारोबारियों ने पूरे विश्व में अपने कौशल और सूझ-बूझ की गहन व्यावसायिक दृष्टि से विशिष्ट पहचान बनाई है. उन्होंने नवलगढ़, पिलानी, सुजानगढ़ से बाहर गए उद्यमियों की चर्चा करते हुए कहा कि जरूरत इस बात की भी है कि राजस्थान के प्रवासी उद्यमी प्रदेश में ही उद्योग धंधे स्थापित कर यहां अधिकाधिक निवेश कर युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करें.

पूर्व में राज्यपाल मिश्र ने संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया. उन्होंने भारतीय संविधान को मानवीय अधिकारों का वैश्विक दस्तावेज बताते हुए इसके प्रति युवाओं में जागरूकता का आह्वान भी किया. इससे पहले जयपुरिया इंट्रिगल एज्युकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने राजस्थान में उद्यमिता व औद्योगिक विकास की संभावनाओं के साथ व्यावसायिक शिक्षण पर विस्तार से प्रकाश डाला.

ख्वाजा की दरगाह पर चढ़ाई राज्यपाल की चादर

महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 809वें उर्स के अवसर पर गुरुवार को राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से पेश की गई चादर अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह में पेश की गई.

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