जयपुर. राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड (Rajasthan Muslim Waqf Board) के चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनाव की सरगर्मियां भी तेज हो चुकी है. चुनाव अधिकारी (election officer) ने 17 अगस्त को राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड के मुतवल्ली, सांसद, विधायक कोटे और बार काउंसिल के सदस्य के लिए चुनाव कराने की घोषणा की है. राजस्थान वक्फ बोर्ड (Rajasthan Waqf Board) ने मतदाता सूची भी जारी कर दी गई है और 7 दिन में आपत्तियां मांगी गई है.
वक्फ बोर्ड में मतदाता सूची को लेकर प्रतिदिन आपत्तियां दर्ज की जा रही है, यही वजह है कि मुतवल्ली कोटे के लिए जारी वोटिंग लिस्ट में पहले 177 सदस्य थे, जो अब घटकर 162 रह गए हैं. इसमे भी संख्या कम या ज्यादा हो सकती है. विधायक और सांसद कोटे के लिए भी नामों की घोषणा हो गई है.
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विधायकों के लिए 9 और सांसद कोटे के 3 नामों का ऐलान हो गया है. वहीं बार काउंसिल के लिए एक ही मतदाता है और इनका निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है. इन चुनाव के पूरा होने के बाद राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का चुनाव होगा.
चुनाव की घोषणा साथ ही यह चर्चा भी जोरों पर है कि इस बार चेयरमैन कौन बनेगा, हालांकि वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का चुनाव 5 साल में होता है. पिछली बार खानू खान बुधवाली ने ही वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का पदभार संभाला था और जिस तरह से उन्होंने वक्फ बोर्ड का कार्य क्या है, उसकी सभी ने तारीफ की थी. इस बात की चर्चा है कि इस बार भी राजस्थान वक्फ बोर्ड का चेयरमैन खानू खान बुधवाली को ही बनाया जा सकता है.
राजस्थान वक्फ बोर्ड में 8 या 9 सदस्य होते हैं, इनमें एक आर एस अधिकारी, दो आलिम और दो समाजसेवी शामिल होते हैं. इन 5 सदस्यों में से एक शिया समाज और 2 महिला सदस्य का होना आवश्यक है. मुतवल्ली कोठे के दो सदस्यों का चुनाव किया जाएगा और इसके लिए फिलहाल 162 सदस्यों के नाम सामने आ रहे हैं. मुतवल्ली कोटे के चुनाव में वही कमेटी भाग ले सकती है, जिसकी वार्षिक आय एक लाख रुपये या इससे अधिक होती है. कमेटी की ओर से मुतवल्ली के चुनाव में कमेंटी के सदर या अध्यक्ष, सचिव, कैशियर और उपाध्यक्ष भाग ले सकते हैं. इसके अलावा एक विधायक, एक सांसद, और एक बार कौंसिल का सदस्य वक्फ बोर्ड में शामिल होता है.
राजस्थान विधानसभा में इस बार मुस्लिम समाज से 9 विधायक चुनकर आए हैं. इनमें अमीन कागजी, रफीक खान, हाकम अली, साफिया जुबेर, वाजिब अली, सालेह मोहम्मद, अमीन खान, जाहिदा खान और दानिश अबरार शामिल है. इन्हीं में से विधायक कोटे के लिए वक्फ बोर्ड के सदस्य के लिए एक विधायक का चुनाव होगा. वहीं सांसद कोटे की बात की जाए तो सांसद कोटे के चुनाव के लिए दुर्रू मियां, नजमा हेपतुल्लाह और अश्क अली टाक शामिल है.
यह तीनों ही पूर्व राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं. इनमें से अश्क अली टांक का नाम तय माना जा रहा है और यह पहले भी सांसद कोटे से सदस्य रह चुके हैं. बार काउंसिल ऑफ राजस्थान में सैयद शाहिद हसन सदस्य हैं और एक ही सदस्य होने के कारण बार काउंसिल के कोटे से इन्हीं का नाम निर्विरोध तय माना जा रहा है.
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जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष नईमुद्दीन कुरैशी ने कहा कि काफी लंबे अरसे बाद वक्फ के चुनाव होने वाले हैं. हम चाहते हैं कि वक्फ बोर्ड में अच्छे सदस्य चुनकर आए और वक्फ की संपत्तियों की देखभाल अच्छी तरह से करें. यतीम और जरूरतमंद तक मदद पहुंचाएं