जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना का मामला प्रदेश में लगातार बढ़ता जा रहा है. रोजाना हजारों की तादाद में मरीज सामने आ रहे हैं, तो वहीं कई लोग जिंदगी से जंग भी हार रहे हैं. कोरोना महामारी को लेकर केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार काफी ज्यादा सतर्क नजर आ रही है. सरकार की ओर से कोरोना गाइडलाइन जारी की गई है. महामारी से बचाव के लिए कोरोना गाइडलाइन की पालना भी करवाई जा रही है.
सरकार आमजन से भी मास्क लगाने की अपील कर रही है. जब तक वैक्सीन नहीं तब तक मास्क ही वैक्सीन है यही संदेश दिया जा रहा है, लेकिन राजधानी जयपुर में कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई जा रही है. दरअसल, ईटीवी भारत की टीम जयपुर के जोबनेर इलाके में टोल बूथ पर पहुंची तो सामने आया कि टोल बूथ पर काम करने वाले कर्मचारी कोरोना के प्रती लापरवाह नजर आ रहे थे. टोल बूथ पर मौजूद कर्मचारियों ने चेहरे पर मास्क भी नहीं लगा रखा था. वहीं, सवाल पूछने पर दुर्व्यवहार करने पर उतारू हो गए.
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मामला राजधानी जयपुर के कालवाड़ जोबनेर रोड स्थित प्राइवेट टोल बूथ का है जहां पर टोल बूथ पर बैठे हुए कर्मचारी बिना मास्क के काम करते हुए नजर आए. जब इनसे पूछा गया कि कोरोना महामारी चल रही है और आप लोग बिना मास्क बैठकर काम कर रहे हैं तो टोल कर्मियों का कहना था कि हमसे ज्यादा सवाल जवाब करने की जरूरत नहीं है. चाहे जिसको जो बोलना है आप जाकर बोल सकते हो.
कैमरा देख बौखलाए...
हम तो बिना मास्क के ही काम करेंगें. हम सरकार की गाइडलाइन नहीं मानने वाले. ऐसे में जब कोरोना को लेकर कर्मचारियों से सवाल किया तो टोल टैक्स पर बैठे हुए मैनेजर सहित अन्य लोग झगड़े पर उतर आए और कहा कि आप वीडियो बनाना बंद करें वरना अच्छा नहीं होगा. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता हुआ नजर आ रहा है कि जिस तरह से टोल टैक्स पर ही कर्मचारी सरकारी गाइडलाइन की पालना नहीं करेंगे और कोरोना महामारी को फैलाने का काम करेंगे तो कोरोना पर काबू कैसे पाया जाएगा.