जयपुर. आपातकाल की बरसी पर शुक्रवार को भाजपा की ओर से जयपुर शहर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. इस दौरान भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जुबानी हमला भी किया. जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि आपातकाल लोकतंत्र पर बड़ा प्रहार था और एक व्यक्ति की कुर्सी बचाने के लिए आपातकाल लगाया गया. वहीं, मालवीय नगर से भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या की जिसे देश कभी नहीं भूलेगा.
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कर्नल राज्यवर्धन ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आज के दिन को भारत के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा प्रहार बताया. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति की कुर्सी बचाने के लिए उच्च न्यायालय के फैसले को कुचलकर देश में आपातकाल लगाया गया था और पूरे देश को जेलखाने में बदल दिया गया था.
राज्यवर्धन ने कहा कि कोरोनाकाल में प्रदेश की जनता पर दोहरी मार पड़ी है, जिससे व्यापारी वर्ग सहित अनेक लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. उन्होंने मांग की कि ऐसी विकट परिस्थिति में प्रदेश सरकार जनता के पानी-बिजली के बिल माफ करें. उन्होंने कहा कि राहत देने की अपेक्षा जनता को बिजली के बढे़े हुए बिल दिए जा रहे हैं और डिस्काॅम की ओर से ऑडिटर को 16 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल चार्जयूनिट अतिरिक्त वसूली के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.
आपातकाल को देश कभी नहीं भूलेगा: कालीचरण सराफ
भारतीय जनता पार्टी ने मालवीय नगर विधानसभा के तीनों मंडलों में शुक्रवार को 'काला दिवस' मनाया और आपातकाल का दंश झेल चुके सैनानियों को सम्मानित किया. मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ ने बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए 25 जून 1975 को न्यायपालिका का अनादर कर आपातकाल की घोषणा करके पूरे देश में अपने राजनीतिक विरोधियों एवं सैकड़ों महापुरुषों को जेलों में भर दिया. मीडिया और राष्ट्रवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाए और जनता पर अत्याचार भी किए. सराफ ने कहा कि लोकतंत्र भारत की आत्मा है, जिसे कुचलने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से देश पर थोपा गया आपातकाल का कलंक कभी धूल नहीं पाएगा.