जयपुर: समस्याओं का एक स्थान पर समाधान (Electricity Issues Resolved) अपने-अपने बड़ा रिकॉर्ड है जो संभव हुआ है राजस्थान डिस्कॉम (Rajasthan Discom) की मॉनिटरिंग से. शिकायत के आधार पर निगरानी रखी गई और नतीजा सामने है.
राजस्थान (Rajasthan) में इस अभियान की शुरुआत सरकार ने गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) यानी 2 अक्टूबर से की थी जिसके तहत अब भी शिविर लगाए जा रहे हैं.
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अभियान के कैम्प में आई ये समस्याएं जिनका हुआ समाधन
अभियान के दौरान लगने वाले शिविरों में अब तक खराब मीटर (Defective Electricity Meters) की 20,726 और बिजली सप्लाई (Power Supply) में व्यवधान संबंधी 16,089 शिकायतों का समाधान कर बिजली उपभोक्ताओं (Electricity Consumers) को राहत दी गई. इसके साथ ही-
मांग पत्र जमा करा चुके आवेदकों के कनेक्शन देने संबंधी 13,595
त्रुटिपूर्ण विद्युत विपत्र जारी होने में देरी संबंधी 10,835
ढीले तारों को सही करने की 10,702
बिजली संबंध जारी होने और काटे जाने में विलंब की 3,158
वीसीआर एसेसमेंट कमेटी और अन्य समझौता समिति के जारी निर्णय को लागू करने की 3,018
जले हुए ट्रांसफार्मरों को बदलने में देरी की 2,272
बिजली लोड संबंधी 1,750
मौके पर जमीन पर रखे ट्रांसफार्मर को यथा स्थान रखने से जुड़ी 340
और सरकारी स्कूलों के ऊपर से बिजली लेने हटाने की 136 समस्याओं का समाधान अभियान के दौरान किया गया.
इसी तरह एग्रीकल्चर (Agriculture Consumers) और डोमेस्टिक उपभोक्ताओं (Domestic Consumers) के लंबित बिलों में छूट से जुड़े 1,669 मामला का एमनेस्टी योजना के तहत निस्तारण कर उपभोक्ताओं को राहत दी गई. इन समस्याओं के अलावा कैंप में प्राप्त 12,235 अन्य समस्याओं का भी समाधान किया गया है.
शेष का समाधान मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर पर
राजस्थान डिस्कॉम (Rajasthan Discom) चेयरमैन भास्कर ए सावंत के अनुसार जिन समस्याओं का समाधान शिविर में किया जाना संभव नहीं हुआ उनका समाधान निर्धारित समय अवधि में हो, इसकी मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर पर की जा रही है. उद्देश्य एक ही है कि कैंप में प्राप्त सभी प्रकरणों का समय पर निपटारा सुनिश्चित हो जाए.