जयपुर. विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में डर का माहौल बना हुआ है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है, राजस्थान में पुलिस प्रशासन की ओर से लॉकडाउन और धारा 144 की सख्ती से पालना करवाई जा रही है. राजधानी जयपुर के रामगंज में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देते हुए सात थाना इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है.
कर्फ्यू के दौरान रामगंज इलाके में स्क्रीनिंग करने पहुंच रही मेडिकल टीम के साथ मारपीट के मामले भी सामने आए हैं. सोशल मीडिया पर मेडिकल टीम से मारपीट के लिए उकसाने के भ्रामक मैसेज वायरल किए गए थे. जिसके बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. आरोपियों ने सोशल मीडिया पर घर-घर स्क्रीनिंग करने जा रही मेडिकल टीम के बारे में अफवाह फैलाकर लोगों को डॉक्टर्स टीम से मारपीट के लिए उकसाया था.
पुलिस के आला अधिकारियों ने कोरोना के संकट के बीच रामगंज में बिगड़े हालात को रोकने के लिए मानसरोवर शिप्रा पथ थानाधिकारी खलील अहमद की रामगंज में ड्यूटी लगाई है. इंस्पेक्टर खलील अहमद रामगंज में रहने वाले लोगों से लॉकडाउन की पालना करने की गुजारिश कर रहे हैं. रामगंज इलाके में ज्यादातर मुस्लिम समुदाय के लोग निवास करते हैं. इंस्पेक्टर खलील अहमद रामगंज इलाके में रहने वाले सभी लोगों से अपील कर रहे हैं कि किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं दें और घर-घर स्क्रीनिंग करने पहुंच रही मेडिकल टीम का सहयोग करें.
खलील अहमद ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस एक खतरनाक बीमारी है. जिसका कोई इलाज नहीं है केवल बचाव ही उपाय हैं. ऐसे में सभी लोग अपने घरों में ही रहे और किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित तकलीफ होने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग या पुलिस को सूचना दें. ताकि किसी को भी कोरोना संक्रमण होने पर फैलने से रोका जा सके और मरीज को समय पर इलाज दिया जा सके.
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उन्होंने लोगों से कहा कि घर में किसी भी एक सदस्य को कोरोना संक्रमण होता है तो वह पूरे परिवार में फैल सकता है. ऐसे में जरूरी है कि सावधानी रखें और घर-घर स्क्रीनिंग के लिए पहुंच रही मेडिकल टीम का स्वागत कर उनका सहयोग करें.
इंस्पेक्टर खलील अहमद ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि विश्व महामारी कोरोना की इस जंग में सरकार और प्रशासन का सहयोग करें और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं निकले. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष रूप से ध्यान रखें.