ETV Bharat / city

जयपुर: कोरोना के कारण बड़े स्तर पर नहीं हुआ रावण दहण, सादगी पूर्वक मनाया गया दशहरा

कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस साल राजधानी जयपुर में बड़े स्तर पर रावण दहण और दशहरा उत्सव का आयोजन नहीं हुआ. हालांकि शहर के कई इलाकों में रावण के छोटे-छोटे पुतले जलाए गए. लोगों कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए सादगी पूर्वक दशहरा पर्व मनाया.

dussehra festival in jaipur, corona effect on dussehra, जयपुर में रावण दहण
सादगी पूर्वक मनाया गया दशहरा
author img

By

Published : Oct 26, 2020, 3:34 AM IST

जयपुर. वैश्विक कोरोना महामारी ने हमारे जीवन के हर क्षेत्र को बहुत बुरी तरह प्रभावित किया है. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और व्यापार के साथ ही साथ इसका असर त्यौहारों में भी नजर आ रहा है. कोरोना ने हर त्यौहार का रंग फीका कर दिया है. बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माने जाने वाले दशहरा का पर्व भी इस बार फीका ही रहा.

सादगी पूर्वक मनाया गया दशहरा

कोरोना के चलते राजधानी जयपुर में दशहरा महोत्सव के बड़े आयोजन नहीं किए गए. शहर में सादगी पूर्वक दशहरा पर्व मनाया गया. लोगों ने गली मोहल्लों में रावण छोटे पुतलों का दहन किया गया और दशहरा का त्यौहार मनाया. शहर में सामूहिक रूप से आयोजित होने वाले रावण कार्यक्रमों को कोरोना गाइडालाइन और संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए रद्द कर दिया गया.

ये पढ़ें: SPECIAL: दशहरे पर यहां रावण के वंशज मनाते हैं शोक, हर रोज मंडोर स्थित मंदिर में होती है लंकेश की पूजा

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी को भी कोरोना ने अपनी आगोश में ले लिया. यही वजह है कि विजयदशमी पर इस बार रामलीला मैदान, दशहरा मैदान समेत सभी बड़े दशहरा महोत्सव रद्द करने पड़े. इस बार न तो रामलीला का मंचन हुआ और न ही भव्य रंगारंग आतिशबाजी देखने को मिली. कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोग आयोजनों से कतराते नजर आए.

ये पढ़ें: कोटा: कोरोना के चलते नहीं हुआ 127वें दशहरा मेला का आयोजन

शहर के गली-मोहल्लों में बाशिंदों की ओर से छोटे-छोटे रावण के पुतले जरूर जलाएं गए. इस दौरान आदर्श नगर श्री राम मंदिर में करीब 15 फीट प्रतीकात्मक रावण के पुतले का दहन किया गया. खोले के हनुमान जी मंदिर प्रांगण में भी 11 फीट रावण के अहंकार को चकनाचूर किया गया. वहीं राजापार्क में एक मोहल्ले में छोटे रावण के पुतले का दहन कर कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की गई.

जयपुर. वैश्विक कोरोना महामारी ने हमारे जीवन के हर क्षेत्र को बहुत बुरी तरह प्रभावित किया है. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और व्यापार के साथ ही साथ इसका असर त्यौहारों में भी नजर आ रहा है. कोरोना ने हर त्यौहार का रंग फीका कर दिया है. बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माने जाने वाले दशहरा का पर्व भी इस बार फीका ही रहा.

सादगी पूर्वक मनाया गया दशहरा

कोरोना के चलते राजधानी जयपुर में दशहरा महोत्सव के बड़े आयोजन नहीं किए गए. शहर में सादगी पूर्वक दशहरा पर्व मनाया गया. लोगों ने गली मोहल्लों में रावण छोटे पुतलों का दहन किया गया और दशहरा का त्यौहार मनाया. शहर में सामूहिक रूप से आयोजित होने वाले रावण कार्यक्रमों को कोरोना गाइडालाइन और संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए रद्द कर दिया गया.

ये पढ़ें: SPECIAL: दशहरे पर यहां रावण के वंशज मनाते हैं शोक, हर रोज मंडोर स्थित मंदिर में होती है लंकेश की पूजा

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी को भी कोरोना ने अपनी आगोश में ले लिया. यही वजह है कि विजयदशमी पर इस बार रामलीला मैदान, दशहरा मैदान समेत सभी बड़े दशहरा महोत्सव रद्द करने पड़े. इस बार न तो रामलीला का मंचन हुआ और न ही भव्य रंगारंग आतिशबाजी देखने को मिली. कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोग आयोजनों से कतराते नजर आए.

ये पढ़ें: कोटा: कोरोना के चलते नहीं हुआ 127वें दशहरा मेला का आयोजन

शहर के गली-मोहल्लों में बाशिंदों की ओर से छोटे-छोटे रावण के पुतले जरूर जलाएं गए. इस दौरान आदर्श नगर श्री राम मंदिर में करीब 15 फीट प्रतीकात्मक रावण के पुतले का दहन किया गया. खोले के हनुमान जी मंदिर प्रांगण में भी 11 फीट रावण के अहंकार को चकनाचूर किया गया. वहीं राजापार्क में एक मोहल्ले में छोटे रावण के पुतले का दहन कर कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की गई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.