जयपुर. बीते कुछ समय से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. खासकर डीजल के दाम ₹100 प्रति लीटर से ऊपर पहुंच चुके हैं. इस कारण माल भाड़े में भी बढ़ोतरी हो गई है. रोजमर्रा में काम में आने वाली वस्तुओं के दाम भी धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं जिसमें खाद्य पदार्थ मुख्य रूप से शामिल हैं.
मामले को लेकर जयपुर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद का कहना है कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में वैट अधिक होने के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतें अन्य राज्यों के मुकाबले अधिक हैं. ऐसे में मजबूरन माल भाड़े में बढ़ोतरी की जा रही है और तकरीबन 20% तक की बढ़ोतरी अब तक कर दी गई है जिसका सीधा असर बिल्डिंग मटेरियल से लेकर खाद्य पदार्थ तक पर देखने को मिल रहा है. माल भाड़ा बढ़ने का असर त्योहारी सीजन पर भी देखने को मिलेगा और राजस्थान के बाहर से आने वाली वस्तुएं भी बाजार में महंगी मिलेंगी.
ऐसे में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने केंद्र और राज्य सरकार से तेल के दामों में कमी करने की मांग की है. ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि यदि केंद्र और राज्य सरकार वैट में कमी करती है तो निश्चित तौर पर काफी राहत मिलेगी. वैट कम होने से ट्रांसपोर्टर्स को ही नहीं बल्कि आम आदमी को भी कम मूल्य पर पेट्रोल-डीजल मिल सकेगा. मौजूदा समय की बात करें तो राजस्थान में डीजल की कीमत 102.69 रुपए प्रति लीटर हो चुकी है और बीते 1 महीने की बात करें तो डीजल में तकरीबन 4 रुपया 78 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है.
पढ़ें. IAS टीना डाबी के ऑफिस में फिर आया यह शख्स, सचिवालय सुरक्षा टीम में खलबली
ऑल राजस्थान टूरिस्ट कार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सिंह महरौली का कहना है कि बढ़ते पेट्रोल और डीजल की कीमतों का असर टूरिज्म पर भी दिखने लगा है. जयपुर में इस समय टूरिस्ट सीजन है लेकिन बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों के चलते टैक्सी, कार चालकों ने भी दामों में बढ़ोतरी कर दी है जिससे अब टूरिस्टों का भी टोटा होने लगा है. ऐसे में ऑल राजस्थान टूरिस्ट कार एसोसिएशन ने भी सरकार से वैट कम करने की मांग की है.
जयपुर फल और सब्जी के थोक विक्रेता संघ मुहाना टर्मिनल मार्केट के अध्यक्ष राहुल तंवर का कहना है कि पहले बिगड़ते मौसम और फिर पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बाद सब्जियों की कीमत में भी बढ़ोतरी हो गई है. मौजूदा समय में मुहाना मंडी में धनिया के दाम ₹120 प्रति किलो पहुंच गए हैं जबकि टमाटर भी लगभग ₹60 प्रति किलो बिक रहा है. वहीं सीजनल सब्जियों के दामों में भी तकरीबन 15 से ₹20 प्रति किलो की बढ़ोतरी हो चुकी है. तंवर का कहना है कि यदि इसी तरह पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ती रहीं तो सब्जी सहित अन्य खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ते रहेंगे और जनता के लिए भी मुसीबत खड़ी हो जाएगी.