जयपुर. राजधानी जयपुर के प्रतापनगर इलाके में हादसे में मृत युवक के शव का पोस्टमार्टम (Doctor refuses to do postmortem in Jaipur) करने से इनकार करने पर डॉक्टर और एक हेड कांस्टेबल के बीच विवाद हो गया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. प्रताप नगर इलाके में सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत हुई जिसके बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए पीएचसी लेकर आए थे, लेकिन डॉक्टर ने उसके ड्यूटी का टाइम खत्म होने की बात कहते हुए पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया.
इस दौरान थाने से शव के पोस्टमार्टम की तहरीर लेकर पहुंचे हेड कांस्टेबल से डॉक्टर की कहासुनी हो गई. पुलिसकर्मी ने डॉक्टर से शव का पोस्टमार्टम करने के लिए कहा तो डॉक्टर ने साफ इंकार कर दिया. देखते ही देखते दोनों के बीच विवाद बढ़ गया. इसके बाद डॉक्टर ने हेड कॉन्स्टेबल के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी. मृतक के परिजनों ने इस घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया.
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चंदवाजी के रहने वाले एक 19 वर्षीय युवक मनीष मीणा प्रताप नगर थाना इलाके में ट्रक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. आज मृतक की बहन की शादी भी थी. पोस्टमार्टम करने का जिम्मा प्रताप नगर स्थित डिस्पेंसरी के डॉक्टर को दिया गया था. इस आदेश के तहत पोस्टमार्टम करवाने के लिए पुलिसकर्मी परिजनों के साथ पहुंचे थे. जानकारी के मुताबिक सोमवार दोपहर करीब 1:50 बजे प्रताप नगर थाने के हेड कांस्टेबल देवेंद्र शर्मा प्रतापनगर सेक्टर 6 स्थित पीएससी में एक युवक की एक्सीडेंट में मौत होने के बाद उसके पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे थे. डॉ. प्रमोद गुप्ता ने उन्हें यह कहते हुए मना कर दिया की अब 2 बज चुके हैं और उनका ड्यूटी टाइम खत्म हो गया है. ऐसे में पोस्टमार्टम नहीं हो सकता है.
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इस पर परिजनों के साथ डॉक्टर का विवाद होने लगा. हेड कांस्टेबल देवेंद्र शर्मा ने कहा कि अभी तो 2 नहीं बजे हैं तो वह पोस्टमार्टम कर सकते हैं. हेड कांस्टेबल ने कहा कि पोस्टमार्टम नहीं करना है तो लिखकर दे दें. इसपर डॉक्टर ने हेड कांस्टेबल के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी. हेड कांस्टेबल देवेंद्र शर्मा ने शिकायत सीएमएचओ और बीसीएमएचओ से की है वहीं डॉ. गुप्ता का कहना है कि 20 साल से यहां कोई पोस्टमार्टम नहीं हुआ. डॉक्टर का आरोप है कि पुलिस कर्मी ने उनके साथ अभद्रता की. डॉक्टर ने कहा कि बॉडी महात्मा गांधी अस्पताल में रखी थी तो 10 मिनट में पोस्टमार्टम संभव भी नहीं था. जानकारी के मुताबिक पहले डेपुटेशन पर डॉक्टर पोस्टमार्टम के लिए लगाए हुए थे, अब हटा लिए गए हैं.