जयपुर. जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकड़े पर काबू पाने के लिए कस्बों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को कोविड केयर सेंटर में बदला जा रहा है. जहां कोविड मरीजों को जरूरी सुविधाओं के साथ स्थानीय स्तर पर ही उपचार मुहैया करवाने की योजना है. ताकि जयपुर शहर के अस्पतालों पर मरीजों का दबाव कम किया जा सके.
इसी के मद्देनजर आज जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने ग्रामीण इलाकों में जाकर सीएचसी का निरीक्षण किया और वहां कोविड केयर सेंटर बनाने की कवायद की समीक्षा की. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए घर-घर सर्वे कर रेपिड एंटीजन टेस्ट से कोविड जांच करने और मरीजों को दवा किट देने के अभियान की भी समीक्षा की.
इसी कड़ी में कलेक्टर नेहरा सबसे पहले दूदू सीएचसी पहुंचे और वहां कोरोना मरीजों के उपचार के लिए सुविधाओं का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने फुलेरा सीएचसी का निरीक्षण किया. सांभर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने निरीक्षण किया. कोविड मरीजों के लिए बनाए जाने वाले कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण कर उन्होंने यहां मौजूद संसाधनों का भी जायजा लिया.
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सांभर में मीडिया से बातचीत में कलेक्टर नेहरा ने कहा कि गांवों में फैल रहे कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही उपचार मुहैया करवाने की योजना है. इसके लिए सीएचसी का कोविड केयर सेंटर में बदला जा रहा है. वहीं, गांवों में मोबाइल यूनिट से रेपिड एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं और घर-घर सर्वे कर आईएलआई मरीजों को दवा किट भी दिए जा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि इन सब प्रयासों से कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है. साथ ही उनका कहना है कि कस्बों में कोविड मरीजों के उपचार के लिए जो भी संसाधन जरूरी होंगे. वे संसाधन मुहैया करवाए जाएंगे.