जयपुर. राजधानी के दोनों निगमों में बुधवार को 1 हजार 45 कर्मचारियों का पदस्थापन कर दिया गया. ग्रेटर नगर निगम में 616 जबकि हेरिटेज नगर निगम में 429 कर्मचारी लगाए गए हैं. लंबे समय से कर्मचारियों का पद स्थापन अटका हुआ था. जिस पर स्वायत शासन विभाग की हरी झंडी मिलने के बाद बुधवार को निगमवार कर्मचारियों की सूची जारी कर दी गई.
राज्य सरकार की ओर से नगर निगम के 466 पदों को खत्म करते हुए, 210 नए पद सृजित किए गए. दोनों नगर निगमों में कुल 14 हजार 472 पद निर्धारित किए गए. इनमें ग्रेटर नगर निगम में 8 हजार 599, जबकि हेरिटेज नगर निगम में 5 हज़ार 873 पदों पर अधिकारी-कर्मचारियों को पदस्थापित किया जाना है. पहले उपायुक्त, वित्तीय सलाहकार, वरिष्ठ लेखाधिकारी, अग्निशमन अधिकारी, अभियंता, नगर नियोजक और स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किए गए थे.
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वहीं गुरुवार को स्वायत्त शासन विभाग से हरी झंडी मिलने के बाद 1 हज़ार 45 कर्मचारियों का हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम में बंटवारा भी कर दिया गया. ग्रेटर नगर निगम में 616, जबकि हेरिटेज नगर निगम में 429 कर्मचारी लगाए गए हैं. हालांकि इस दौरान नगर निगम की लापरवाही भी सामने आई है. निगम ने कार्यालय जमादार अब्दुल कुद्दूस को भी नियुक्ति दी है, जिनकी एक माह पहले ही कोरोना से मौत हो गई थी.
बंटवारे में सहायक लेखा अधिकारी, कनिष्ठ लेखाकार, पटवारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी, स्टेनोग्राफर, वरिष्ठ और कनिष्ठ सहायक, राजस्व निरीक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक, पशुधन सहायक, टाइमकीपर, पंप चालक, इलेक्ट्रीशियन, जेसीबी ऑपरेटर, वाहन चालक, क्लीनर, हेल्पर गैराज, सहायक अग्निशमन अधिकारी, फायरमैन, विद्युत निरीक्षक, कारीगर, चौकीदार से लेकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के पदस्थापन किए गए हैं.
बता दें कि हेरिटेज नगर निगम का कार्यालय पुराने पीएचक्यू के दफ्तर से संचालित किया जाना है. अभी तक ये दफ्तर तैयार नहीं हो पाया है. ऐसे में अगले दो-तीन महीने तक ग्रेटर नगर निगम के दफ्तर यानी की वर्तमान नगर निगम मुख्यालय से ही हेरिटेज का कार्यालय चलेगा.