जयपुर. राजधानी जयपुर में शुक्रवार को आसमान से बरसी आफत के बाद लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी. हालत ये हो गए थे कि जयपुर के कई भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए थे. एक दिन की बारिश ने ही नगर निगम प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी. मानसून से पहले शहर के नालों की सफाई का कार्य सिर्फ कागजों में ही दिखाई दिया, जिसपर बरसात के पानी ने अपनी मुहर लगा दी.
बरसात के पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था फेल होने से नालों का गंदा पानी घरों में आ पहुंचा. जिसकी वजह से निचले इलाकों के मकान भी जमींदोज हो गए. यहां तक की वाहन भी जमीन में धंस गए, जिसकी वजह से सिर्फ वाहनों की छत ही नजर आ रही थी. बारिश के बाद लोगों को यह उम्मीद थी कि सरकार और उनके नुमाइंदे उनकी फरियाद सुनने के लिए उनके मोहल्ले में पहुंचेंगे. लेकिन इन इलाकों में नुकसान की भरपाई का जायजा लेने के लिए अधिकारी नहीं पहुंचे तो जनता ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है.
पढ़ें- Weather Alert: राजस्थान पर आने वाले 48 घंटे भारी, मूसलाधार बारिश की चेतावनी
शहर के ईदगाह इलाके के रहिमन कॉलोनी के वाशिंदों का कहना है कि स्थानीय विधायक रफीक खान ने चुनाव के समय वादा किया कि जब भी कोई परेशानी आएगी, तो वो उनके साथ खड़े रहेंगे. लेकिन आज हम लोगों को उनकी जरूरत है तो उनकी ओर देख भी नहीं रहे है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अधिकारी उनकी समस्याओं का हल नहीं करेंगे तो, दिल्ली हाईवे जाम कर दिया जाएगा.
फिलहाल, मौके पर जो हालात बने हुए हैं, उसको देखते हुए यही कहा जा सकता है कि अधिकारियों के भ्रष्टाचार की वजह से आज आम जनता का जीना दुश्वार हो चुका है. वहीं शहर के अलग-अलग इलाकों में लोग खुद अपने घरों में जमा पानी निकाल रहे हैं और मलबे में दबी गाड़ियों को अलग करने का प्रयास करने में जुटे हैं, लेकिन आपदा को लेकर किए जाने वाले बड़े-बड़े दावों की पोल खुलती दिखी.
अगर नगर निगम के कर्मचारी और अधिकारी वक्त रहते जाग जाते तो दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता. लेकिन सरकार के रिसॉर्ट में जाते ही अधिकारी भी अपने हाल में मस्त हो लिए. जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.