जयपुर. राजधानी के जरूरतमंद लोग बिना लाइसेंस ब्याज पर पैसे देकर 8 से 10 गुना तक वसूलने वाले सूदखोरों का आंतक से त्रस्त हैं. पुलिस की मिलीभगत से धंधा करने वाले इन लोगों के खिलाफ यदि कोई एफआईआर दर्ज करना चाहे तो या तो वे दर्ज नहीं होती और हो जाए तो एफआर लगना तय है.
झोटवाड़ा क्षेत्र में सक्रिय ब्याज माफियाओं की तिकड़ी ने अपने ब्याज के धंधे के चलते कई घरों के चूल्हे तक बुझा दिए हैं. ऐसे में पीड़ितों ने डीसीपी जयपुर शहर पश्चिम न्याय की गुहार लगाई.
स्थानीय पुलिस द्वारा परेशान लोगों की सुनवाई ना करने से आहत कहीं लोगों ने डीसीपी जयपुर शहर पश्चिम को इन सूदखोरों के खिलाफ परिवाद पेश कर कार्रवाई की मांग की है. जयपुर निवासी लक्ष्मीदेवी, विनय शर्मा, रेखा, पुष्पा देवी, मोहम्मद अकरमल, भगवत प्रसाद, गोविंद शर्मा सहित कई पीड़ितों ने डीसीपी शहर पश्चिम से न्याय की गुहार लगाई है.
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जिसमें उन्होंने कहा है कि ब्याज माफिया सुरेंद्र शर्मा, त्रिशूल कटारिया और विनोद की तिकड़ी ने अपने ब्याज के धंधे के चलते आमजन को परेशान कर रखा है और रोज धमकियां भी दे रहे हैं. वहीं कई लोगों के वाहन भी छीन लिए और मारपीट भी की.
परिवाद में बताया कि स्थानीय पुलिस भी इन सूदखोरों के साथ मिलकर लोगों को डरा रही है. पीड़ितों ने माफियाओं के पैसे तो चुका दिए लेकिन, बेवजह की पेनल्टी के चक्कर में अब तक 8 से 10 गुना पैसा इन लोगों को दे चुके हैं. इसके बावजूद भी उन्हें चेक और दस्तावेज नहीं लौटा रहे हैं और अचल संपत्ति को छीनने की कोशिश कर रहे हैं.
परिवादियों ने बताया कि हम लोग इन लोगों की हरकतों से परेशान हो गए हैं, जिसकी वजह से आत्महत्या की भी नौबत आ गई है. तो वहीं पीड़ित महिलाओं ने भी खुद को असुरक्षित बताते हुए कहा, कि आए दिन ब्याज माफिया घरो में आकर बेइज्जत करते हैं.