जयपुर. शिक्षक संगठनों और शिक्षा मंत्री के आग्रह पर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने शिक्षकों की ड्यूटी गैर शैक्षणिक कार्यों में नहीं लगाने के आदेश जारी किए थे. लेकिन अब शिक्षा मंत्री के गृह जिले में ही मुख्य सचिव के आदेश हवा हो रहे हैं.
बता दें कि बीते दिनों शिक्षकों की ड्यूटी शिक्षण कार्य के इतर टिड्डी उड़ाने, मनरेगा, शादी समारोह, आवारा पशुओं की गणना और क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासियों के मनोरंजन के लिए लगाई गई थी, जिस पर शिक्षक संगठनों ने एतराज जताया और शिक्षा मंत्री ने भी संज्ञान लेकर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता से इस तरह के आदेश नहीं निकाले जाने के लिए आग्रह किया. इस पर मुख्य सचिव ने निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार अधिनियम की धारा 27 में वर्णित कार्यों से इतर गैर शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाने के आदेश जारी किए.
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वहीं, बावजूद इसके प्रदेश के विभिन्न खंडों के प्रशासनिक अधिकारी अभी भी बाज नहीं आ रहे हैं. मुख्य सचिव के निर्देशों के बाद भी पहले चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं उपखंड अधिकारी ने शिक्षकों की ड्यूटी राशन वितरण के कार्य में लगाई, तो वहीं अब शिक्षा मंत्री के गृह जिले सीकर में उपखंड अधिकारी ने शिक्षकों की ड्यूटी बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर बनाए गए चेक पोस्ट पर यात्रियों के तापमान मापने में लगाने के आदेश जारी कर दिए.
उपखंड अधिकारियों की ओर से निकाले गए आदेश निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम का तो उल्लंघन है ही. साथ ही मुख्य सचिव के आदेशों की भी अवहेलना है.