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संस्कृत विश्वविद्यालय में पहली बार हुआ कुलपति और छात्रों के बीच 'सीधा संवाद' - जयपुर न्यूज

जयपुर के जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति और छात्रों के बीच सीधा संवाद किया. इस दौरान विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अनुला मौर्य ने छात्रों की समस्याएं सुनी और उनके समाधान के लिए तुरंत निर्देश दिेए.

जयपुर न्यूज Jaipur News
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Published : Nov 13, 2019, 10:54 PM IST

जयपुर. बुधवार को जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति और छात्रों के बीच सीधा संवाद हुआ. यह संवाद कार्यक्रम चार दिवसीय होगा जिसमें कुलपति कॉलेज के अलग-अलग विभागों के छात्र-छात्राओं से संवाद करेंगे. बता दें कि, विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब छात्र और कुलपति ने सीधा संवाद किया गया हो.

संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति ने किया छात्रों से सीधा संवाद

इस दौरान कुलपति ने छात्रों की ओर से आई शिकायतों का निस्तारण करने के प्रयास तुरंत शुरु किए गए. बुधवार के संवाद कार्यक्रम में कुलपति डॉ. अनुला मौर्य वेद, व्याकरण और ज्योतिष विभाग के छात्र-छात्राओं से रूबरू हुईं. इस मौके पर छात्रों की ओर से उठाए गए गंभीर सवालों को कुलपति ने सुना और उनका निस्तारण करने के लिए सम्बद्ध विभागों को त्वरित निर्देश जारी दिए.

पढ़ें. निकाय चुनाव में जनता अराजक सरकार के खिलाफ मतदान करेगी : पूनिया

बात अब छात्रों की. इस मौके का फायदा छात्रों ने बाखूबी से उठाया. वहीं कुलपति डॉ. अनुला मौर्य ने कहा कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है. उनकी समस्याओं का समाधान प्रशासन का कर्त्तव्य है. मौर्या ने कहा कि शास्त्रों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय गंभीरता से काम कर रहा है. आधुनिक विषयों के साथ शास्त्रों के अध्ययन को आगे बढ़ाया जा रहा है. खेल, कंप्यूटर सहित आधुनिक विषयों से संस्कृत को जोड़कर अध्ययन की ठोस योजना बनाई गई है. वहीं, कुलपति ने यह भी कहा कि विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के पदस्थापन के प्रयास किए जा रहे हैं. संवाद समाप्ति के तुरंत बाद कुलपति ने अधिकारियों की बैठक लेकर छात्रों की समस्याओं के तुरंत समाधान के निर्देश जारी दिए.

जयपुर. बुधवार को जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति और छात्रों के बीच सीधा संवाद हुआ. यह संवाद कार्यक्रम चार दिवसीय होगा जिसमें कुलपति कॉलेज के अलग-अलग विभागों के छात्र-छात्राओं से संवाद करेंगे. बता दें कि, विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब छात्र और कुलपति ने सीधा संवाद किया गया हो.

संस्कृत विश्वविद्यालय में कुलपति ने किया छात्रों से सीधा संवाद

इस दौरान कुलपति ने छात्रों की ओर से आई शिकायतों का निस्तारण करने के प्रयास तुरंत शुरु किए गए. बुधवार के संवाद कार्यक्रम में कुलपति डॉ. अनुला मौर्य वेद, व्याकरण और ज्योतिष विभाग के छात्र-छात्राओं से रूबरू हुईं. इस मौके पर छात्रों की ओर से उठाए गए गंभीर सवालों को कुलपति ने सुना और उनका निस्तारण करने के लिए सम्बद्ध विभागों को त्वरित निर्देश जारी दिए.

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बात अब छात्रों की. इस मौके का फायदा छात्रों ने बाखूबी से उठाया. वहीं कुलपति डॉ. अनुला मौर्य ने कहा कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है. उनकी समस्याओं का समाधान प्रशासन का कर्त्तव्य है. मौर्या ने कहा कि शास्त्रों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय गंभीरता से काम कर रहा है. आधुनिक विषयों के साथ शास्त्रों के अध्ययन को आगे बढ़ाया जा रहा है. खेल, कंप्यूटर सहित आधुनिक विषयों से संस्कृत को जोड़कर अध्ययन की ठोस योजना बनाई गई है. वहीं, कुलपति ने यह भी कहा कि विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के पदस्थापन के प्रयास किए जा रहे हैं. संवाद समाप्ति के तुरंत बाद कुलपति ने अधिकारियों की बैठक लेकर छात्रों की समस्याओं के तुरंत समाधान के निर्देश जारी दिए.

Intro:जयपुर- जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार कुलपति और छात्रों के बीच 'सीधा संवाद' बुधवार को हुआ। कुलपति के समक्ष छात्र-छात्राओं द्वारा जो शिकायतें मिलीं, उन्हें तुरंत दूर करने के प्रयास शुरू किए गए है। विभिन्न विभागों के छात्रों से चार दिनों तक चलने वाले 'सीधा संवाद' कार्यक्रम में बुधवार को कुलपति डॉ. अनुला मौर्य वेद, व्याकरण एवं ज्योतिष विभाग के छात्र-छात्राओं से रूबरू हुई। कुलपति ने विद्यार्थियों द्वारा उठाए गए सवालों को गंभीरता से सुना और उनके निदान के लिए सम्बद्ध विभागों को त्वरित निर्देश जारी किए।Body:विद्यार्थियों ने कुलपति से खुलकर बात की, जिसमें विश्वविद्यालय तक पहुंचने के लिया यातायात साधनों की कमी मुख्य रही। कुलपति डॉ. अनुला मौर्य ने कहा कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है। उनकी समस्याओं का समाधान प्रशासन का कर्त्तव्य है। शास्त्रों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय गंभीरता से काम कर रहा है। आधुनिक विषयों के साथ शास्त्रों के अध्ययन को आगे बढ़ाया जा रहा है। खेल, कंप्यूटर सहित आधुनिक विषयों से संस्कृत को जोड़कर अध्ययन की ठोस योजना बनाई गई है। कुलपति ने यह भी कहा कि विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के पदस्थापन के प्रयास किए जा रहे है। संवाद समाप्ति के तुरंत बाद कुलपति ने अधिकारियों की बैठक लेकर छात्रों की समस्याओं के तुरंत समाधान के निर्देश जारी किए।

गुरुवार को कुलपति डॉ. अनुला मौर्य की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक की जाएगी।Conclusion:
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