जयपुर. 2 साल बाद बुधवार को जयपुर एक बार फिर कल्याण धणी के जयकारों से गूंज उठा (Diggi Kalyan dhani Temple). हजारों की भीड़ के बीच कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केसरिया निशान ध्वज की विधिवत पूजा अर्चना कर इस यात्रा को रवाना किया (Kalyan dhani Temple in Rajasthan). ये पदयात्रा डिग्गीपुरी पहुंचते-पहुंचते लक्खी पदयात्रा में बदल जाएगी. जिसमें लाखों लोग पैदल चलकर श्रीजी महाराज के हाजिरी लगाएंगे.
सावन शुक्ल पक्ष षष्ठमी बुधवार को जयपुर और आसपास के पदयात्रियों का रेला डिग्गी कल्याण की लक्खी पदयात्रा के लिए निकल पड़ा. जयपुर में ताड़केश्वर मंदिर से रवाना हुई ये यात्रा 7 अगस्त को डिग्गी पहुंचेगी. श्रीकल्याणजी की 57वीं लक्खी पदयात्रा को गलता पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य, राष्ट्रीय कथावाचक देवी वैभवी श्रीजी, त्रिवेणीधाम के रामरिछपाल दास सहित कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और कई अन्य राजनेताओं ने ध्वज पूजन कर गाजे-बाजे के साथ रवाना किया. यहां मुख्य केसरिया निशान ध्वज की विधिवत पूजा अर्चना की गई.
पायलट बोले- भाईचारा बना रहे: इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि बहुत समय के बाद डिग्गी कल्याण जी की यात्रा निकल रही है. सभी लोग सुरक्षित रहें और इस यात्रा के माध्यम से लोगों की जो आस्था- जनभावना है उससे लोगों में प्रेम, शांति, भाईचारा बना रहे. उन्होंने कहा कि सभी शांति पूर्वक परिवार सहित यात्रा को संपन्न कर पाएं यही इच्छा है.
खाचरियावास बोले जमीन पर उतरे भाजपा: मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी शांति बनाए रखने की अपील की साथ ही डिग्गी कल्याण जी की महिमा का गुणगान किया. उन्होंने बरोसों पुरानी परम्परा की अलख को जलाए रखने का आह्वान किया. कहा कि सावन का महीना पुण्य का महीना है. इस महीने में हर व्यक्ति इन यात्राओं में पैदल चलता हुआ मिल जाएगा. प्रार्थना की कि राजनीति और धर्म से ऊपर उठकर लोग सेवा को अपना धर्म बनाएं ताकि राजस्थान मजबूत हो और देश आगे बढ़े.
प्रदेश में धारा 144 को लेकर पूछे गए सवाल को उन्होंने सिरे से खारिज किया. इसका ठीकरा भाजपा पर फोड़ा. बोले- पूरे राजस्थान में कहीं भी धारा 144 नहीं है. सभी जगह कावड़ यात्रा, रामनवमी की यात्रा निकल रही है. बीजेपी को जमीन पर उतर कर देखना चाहिए.
डिग्गी यात्रा की धूम: जयपुर के चौड़ा रास्ता से जेएलएन मार्ग और फिर टोंक रोड पर आज डिग्गी यात्रा पर जाने वाले लोग ही नजर आ रहे हैं. जगह- जगह श्रद्धालुओं के खाने पीने के लिए स्टॉल लगी हुई है. वहीं भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान गणेश राधा कृष्ण और बजरंगबली के वेश धारण करे हुए कलाकार आकर्षण का केंद्र रहे. कोरोना की वजह से दो साल यात्रा नहीं निकाली गई, इसलिए इस साल सवा से डेढ़ लाख यात्रियों से अधिक के पहुंचने की संभावना है. करीब 5 लाख यात्री डिग्मीपुरी के लिए पैदल निकले हैं. वहीं कल्याणजी की लक्खी पदयात्रा में जयपुर सहित दौसा, सवाईमाधोपुर, सीकर जिलों के पदयात्री भी शामिल हुए.
7 अगस्त को डिग्गीपुरी में शोभायात्रा: ये पदयात्री 3 अगस्त को मदरामपुरा के बालाजी में रात्रि विश्राम करेंगे. यहां भजन संकीर्तन का आयोजन होगा। इसके बाद 4 अगस्त को हरसुलिया, 5 अगस्त को फागी और 6 अगस्त को चोसला में रात्रि विश्राम करते हुए 7 अगस्त को डिग्मीपुरी पहुंचेंगे. इस बीच जगह-जगह रात्रि जागरण, भजन कीर्तन करते हुए भक्त आगे बढ़ेंगे। 7 अगस्त को डिग्गीपुरी में जुलूस शोभायात्रा निकाली जाएगी. भक्त शोभायात्रा के रूप में कल्याणजी महाराज के मंदिर पहुंचेंगे, यहां ध्वज चढ़ाया जाएगा.