जयपुर. प्रदेश में लॉकडाउन के बाद मजदूरों का पैदल ही पलायन जारी है. वहीं दूसरी ओर लोग अपनी क्षमता के अनुसार सब भूलकर लोगों की सेवा में लगे हुए है. ऐसे में ही जयपुर में एक ई-रिक्शा चालक घर लौट रहे मजदूरों के लिए चाय नाश्ते का प्रबंध कर रहा है. वहीं चालक के सामने स्वयं रोजी-रोटी का संकट है.
राजस्थान में लॉडाउन की स्थिति में अलग-अलग तस्वीरें सामने आ रही है. जहां एक ओर मजदूर पलायन कर रहे हैं. वे पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर पैदल जा कर अपने घरों पर पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं. दूसरी ओर मदद के हाथ भी इनके लिए लगातार उठ रहे हैं. जहां सरकार की ओर से भी यह कहा गया है कि ऐसे लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है. सभी को स्कूलों में रखा जाएगा. साथ ही वहीं पर उनके खाने का भी प्रबंध कर दिया जाएगा. यहां तक कि प्राइवेट स्कूलों ने तो अपनी स्कूल ऐसे लोगों के लिए खोल दी है. जिससे जो लोग बेघर हैं, उन्हें घर मिल सके.
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वहीं इन मजदूरों और पैदल ही अपने प्रदेशों को जा रहे लोगों के लिए लोग सेवा करने के लिए आगे आ रहे हैं. शुक्रवार को राजधानी जयपुर में एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जब एक ई रिक्शा चालक, जो सवारी नहीं ले जा सकता और कमाई भी पूरी तरीके से बंद है.
उसके बावजूद भी चालक अपनी क्षमता के हिसाब से उन लोगों को चाय और नाश्ता का प्रबंध कर रहा है. साथ ही सैनिटाइजर सहित अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करवाएं जा रहे हैं. हालात यह है कि लॉकडाउन में प्रदेश में चाहे पुलिसकर्मी हो या फिर स्वयंसेवी संस्थान सभी आगे आए हैं और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं.