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हेरिटेज निगम क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत के UDH मंत्री का आदेश राजनीति से प्रेरित : पुनीत कर्णावट

यूडीएच मंत्री ने जेडीए को सिविल लाइन, बनीपार्क, सी-स्कीम और परकोटा क्षेत्र में सड़कें सुधारने के निर्देश दिए. हालांकि, यूडीएच मंत्री के ये निर्देश ग्रेटर निगम उपमहापौर को रास नहीं आया. उन्होंने हेरिटेज निगम क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत के आदेश को राजनीतिक आधार पर दिया आदेश (deputy mayor karnawat targeted shanti dhariwal) बताते हुए विकास के कार्यों में राजनीतिक भेदभाव को अनुचित बताया.

deputy mayor karnawat targeted shanti dhariwal
मंत्री शांति धारीवाल और पुनीत कर्णावट
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Published : Dec 7, 2021, 6:59 PM IST

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम के उपमहापौर पुनीत कर्णावट (jaipur nagar nigam deputy mayor punit karnawat) ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से जयपुर ग्रेटर राज्य का सबसे बड़ा निगम क्षेत्र है. मानसून के बाद से पूरे ग्रेटर क्षेत्र में खस्ताहाल और टूटी-फूटी सड़कों के कारण दुर्घटनाओं की आशंका के साथ-साथ धूल मिट्टी से वातावरण प्रदूषित रहता है, जिससे स्थानीय लोग बेहद परेशान है.

उन्होंने कहा कि जेडीए जयपुर की विभिन्न कॉलोनियों में भूमि की नीलामी करके मेनटनेंस और रखरखाव की पूरी जिम्मेदारी नगर निगम को हस्तांतरित कर देता है. लेकिन नीलामी राशि में निगम की हिस्सेदारी का भुगतान समय पर नहीं करता. जिससे निगम को काम करने में वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ता है.

पढ़ें : ग्रामीण क्षेत्रों में राजकीय भूमि के आवंटन के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान के शिविर में ही प्रस्ताव प्राप्त करने के निर्देश

पढ़ें : निगम अधिकारियों पर भड़के खाचरियावास, आवेदनों का जल्द से जल्द निपटारा करने के निर्देश...

निगम की आर्थिक बदहाली के लिए जेडीए भी जिम्मेदार है. उन्होंने यूडीएच मंत्री के आदेश को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कहा कि जेडीए की ओर से सड़कों की मरम्मत का अधिकांश कार्य हेरिटेज निगम क्षेत्र में करवाया जाएगा और संभावना है कि ग्रेटर निगम क्षेत्र में कम से कम काम करवाने के बाद निगम की जेडीए में बकाया राशि का पुनर्भरण दिखाकर हिसाब बराबर कर दिया जाए. कर्णावट ने बिना राजनीतिक पक्षपात के जयपुर ग्रेटर निगम की बदहाल सड़कों के सुदृढ़ीकरण के आदेश प्रदान कर, जेडीए में ग्रेटर निगम के हिस्से की राशि का समय पर भुगतान करने के निर्देश भी जारी करने की अपील की.

बहरहाल, अब तक धारीवाल के आदेश से अंदाजा (UDH Minister Shanti Dhariwal Order) लगाया जा रहा था कि या तो वो निगम की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं या फिर निगम की आर्थिक तंगी उनके संज्ञान में है. लेकिन अब ग्रेटर निगम उप महापौर ने इसमें राजनीतिक द्वेषता का एक नजरिया और जोड़ दिया है.

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम के उपमहापौर पुनीत कर्णावट (jaipur nagar nigam deputy mayor punit karnawat) ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से जयपुर ग्रेटर राज्य का सबसे बड़ा निगम क्षेत्र है. मानसून के बाद से पूरे ग्रेटर क्षेत्र में खस्ताहाल और टूटी-फूटी सड़कों के कारण दुर्घटनाओं की आशंका के साथ-साथ धूल मिट्टी से वातावरण प्रदूषित रहता है, जिससे स्थानीय लोग बेहद परेशान है.

उन्होंने कहा कि जेडीए जयपुर की विभिन्न कॉलोनियों में भूमि की नीलामी करके मेनटनेंस और रखरखाव की पूरी जिम्मेदारी नगर निगम को हस्तांतरित कर देता है. लेकिन नीलामी राशि में निगम की हिस्सेदारी का भुगतान समय पर नहीं करता. जिससे निगम को काम करने में वित्तीय संकटों का सामना करना पड़ता है.

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निगम की आर्थिक बदहाली के लिए जेडीए भी जिम्मेदार है. उन्होंने यूडीएच मंत्री के आदेश को पक्षपातपूर्ण बताते हुए कहा कि जेडीए की ओर से सड़कों की मरम्मत का अधिकांश कार्य हेरिटेज निगम क्षेत्र में करवाया जाएगा और संभावना है कि ग्रेटर निगम क्षेत्र में कम से कम काम करवाने के बाद निगम की जेडीए में बकाया राशि का पुनर्भरण दिखाकर हिसाब बराबर कर दिया जाए. कर्णावट ने बिना राजनीतिक पक्षपात के जयपुर ग्रेटर निगम की बदहाल सड़कों के सुदृढ़ीकरण के आदेश प्रदान कर, जेडीए में ग्रेटर निगम के हिस्से की राशि का समय पर भुगतान करने के निर्देश भी जारी करने की अपील की.

बहरहाल, अब तक धारीवाल के आदेश से अंदाजा (UDH Minister Shanti Dhariwal Order) लगाया जा रहा था कि या तो वो निगम की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं या फिर निगम की आर्थिक तंगी उनके संज्ञान में है. लेकिन अब ग्रेटर निगम उप महापौर ने इसमें राजनीतिक द्वेषता का एक नजरिया और जोड़ दिया है.

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