जयपुर. भरतपुर सेंट्रल जेल में मई माह में मोबाइल फोन और ब्लूटूथ डिवाइस मिलने के प्रकरण में भरतपुर पुलिस द्वारा की गई जांच को लेकर भरतपुर एसपी ने जेल महानिदेशक को एक पत्र लिखा गया है, जिसके आधार पर अब जेल विभाग द्वारा इस पूरे प्रकरण में संलिप्त पाए गए जेल विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है.
इस पूरे प्रकरण में जेल विभाग के जो भी कर्मचारी और अधिकारी संलिप्त हैं, उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में कोई भी ऐसी वस्तु, जो कि जेल के अंदर प्रतिबंधित है, वह बाहर से जेल के अंदर कैदियों तक नहीं पहुंच पाए.
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जेल महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि भरतपुर सेंट्रल जेल में मई माह में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की बैरक से 2 मोबाइल फोन और ब्लूटूथ डिवाइस बरामद की गई. जिसकी जांच भरतपुर पुलिस द्वारा की गई और प्रकरण को लेकर एसपी भरतपुर द्वारा जेल प्रशासन को एक पत्र लिखा गया है. पत्र में पूरे प्रकरण से अवगत कराते हुए जांच में दोषी पाए गए जेल कर्मचारी व अधिकारियों के बारे में जानकारी दी गई है, जिसके आधार पर डीजी जेल बीएल सोनी ने इस पूरे प्रकरण में संलिप्त पाए गए जेल कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.
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वहीं इस दौरान जेल विभाग के 2 अधिकारी सेवानिवृत्त भी हो गए हैं, जिनकी इस पूरे प्रकरण में संलिप्तता पाई गई है. ऐसे में सेवानिवृत्त हुए जेल विभाग के पूर्व अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. इसके साथ ही प्रदेश की तमाम सेंट्रल जेल और जिला जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रतिबंधित वस्तुओं के जेल के अंदर कैदियों के हाथ तक ना पहुंचने को लेकर निर्देशित किया गया है.