जयपुर: प्रदेश में डेंगू मरीजों (Dengue Patients) की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है डेंगू के खतरे के बीच एसएमएस अस्पताल (Sms hospital) में डेंगू से 5 मरीजों (Dengue Patients) की मौत हो गई है. एसएमएस अस्पताल में 71 डेंगू के मरीज भर्ती है. इसके अलावा चिकनगुनिया के 2, स्क्रब टायफ़स (Scrub Typhus) के 13 मरीज भर्ती है. एसएमएस अस्पताल (Sms hospital) के साथ ही जेके लोन में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
डेंगू का आंकड़ा 7 हजार के पार
सरकारी आंकड़ों के अनुसार डेंगू (Dengue) के इस साल अब तक 7 हजार 294 केस दर्ज किए गए है, जिनमे से सिर्फ 10 मौत होना बताया जा रहा है. मलेरिया के 671 पॉजिटिव केस और चिकनगुनिया के 851 केस दर्ज किए गए. डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए आर यू एच एस में डेडिकेटेड ट्रीटमेंट व्यवस्थाएं की जा रही है.
प्रदेश कोरोना कम होने के बाद अब डेंगू का खतरा दिखाई दे रहा है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Gehlot) भी गंभीर है और इसके लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश चिकित्सा विभाग को दिए हैं. प्रदेश में डेंगू मुक्त राजस्थान (Dengue Free Rajasthan) अभियान की भी शुरुआत हो चुकी है.
बैठक में सीएम ने दिए थे सख्त निर्देश
बीते दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अफसरों के साथ बैठक की थी. जिसमें सख्त हिदायत देते हुए कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) से वीसी के जरिए मौसमी बीमारियों और कोविड टीकाकरण अभियान की समीक्षा की थी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य सरकार ने जिस प्रकार से कोविड-19 महामारी का कुशल प्रबंधन किया, उसी तत्परता के साथ डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम, बचाव के साथ उपचार सुनिश्चित किया जाए. जिला प्रशासन, चिकित्सा विभाग और स्थानीय निकाय पूरे समन्वय के साथ काम करते हुए बेहतर उपचार, स्वच्छता और जागरूकता बढ़ाकर मौसमी बीमारियों पर प्रभावी रूप से नियंत्रण करें. किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए.