जयपुर. 2018 में नियुक्त सफाई कर्मचारियों को 2 साल पूरा करने पर भी स्थाई वेतनमान नहीं दिया जा रहा है. जिसके चलते कर्मचारियों में रोष व्याप्त है. इसे लेकर संयुक्त वाल्मीकि और सफाई श्रमिक संघ ने हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर कर्मचारियों को स्थाई करने की मांग की. वहीं मांग नहीं माने जाने की स्थिति में दीपावली पर सफाई कार्य का बहिष्कार करने की चेतावनी दी.
वर्तमान में जयपुर नगर निगम क्षेत्र की सफाई के लिए सफाई कर्मचारियों के 11 हजार 908 स्वीकृत पद है. इन पदों को ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम में बांटा गया है. ग्रेटर नगर निगम में 7145 वहीं हेरिटेज नगर निगम में 4763 पद स्वीकृत किए गए हैं. हालांकि वर्तमान में 8660 सफाई कर्मचारी ही कार्यरत है. जबकि साल 2018 में सफाई कर्मचारियों की भर्ती की गई थी, लेकिन इनमें भी 382 पद रिक्त रह गए थे.
जिन पदों पर भर्ती की गई थी, उन्हें 2 साल बीत जाने के बाद भी अब तक नियमित नहीं किया गया है. जिसे लेकर सफाई कर्मचारियों में रोष है और उन्होंने स्थायीकरण नहीं किए जाने की स्थिति में दीपावली पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है. हालांकि सफाई कर्मचारियों के स्थायीकरण को लेकर हेरिटेज नगर निगम आयुक्त ने संज्ञान जरूर लिया है.
उन्होंने कूट रचित तरीके से फर्जी नियुक्ति के मामले को लेकर जोन स्तर पर कमेटी का गठन कर जांच करने के निर्देश दिए हैं, जो कर्मचारियों के स्थायीकरण से पहले नियुक्ति की जांच करेगी. इस कमेटी में सतर्कता उपायुक्त या उनका प्रतिनिधि, राजस्व अधिकारी और कनिष्ठ लेखाकार को जोड़ा गया है. ये कमेटी 30 नवंबर तक अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
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बता दें कि प्रोबेशन पीरियड पर चल रहे सफाई कर्मचारियों को फिलहाल 12 हजार 400 प्रति महीना वेतन मिल रहा है और स्थायीकरण के बाद उन्हें 24 हजार 500 प्रति महीना वेतन मिलेगा. यही वजह है कि इस बार निगम का बजट भी बढ़ाया गया है, लेकिन अब तक कर्मचारियों के स्थाई वेतनमान के आदेश जारी नहीं किए हैं.