जयपुर. कांग्रेस विधायक और यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा (Ganesh Ghogra) की ओर से राजभवन घेराव के दौरान राज्यपाल, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री को लेकर दिए गए विवादित बयान पर सियासत जारी है. शुक्रवार को भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) और रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने घोघरा की विधानसभा से सदस्यता निरस्त करने की मांग पर स्पीकर सीपी जोशी (Speaker CP Joshi) के नाम ज्ञापन सौंपा.
शुक्रवार को दोनों ही विधायकों ने राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Legislative Assembly) पहुंचकर विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी के नाम ज्ञापन सौंपा. हालांकि, जोशी विधानसभा में नहीं थे, लिहाजा फोन पर ही उन्होंने बात कर उनके नाम ज्ञापन दिया. भाजपा विधायकों का कहना था कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा (Ganesh Ghogra) ने जिस प्रकार के अमर्यादित बोल राजभवन घेराव के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को लेकर बोले वो संविधान की मर्यादाओं के भी खिलाफ है.
उन्होंने कहा कि विधानसभा में संविधान से जुड़ी मर्यादाओं की जो शपथ गणेश घोघरा ने ली थी, उसका भी उन्होंने अपने बयानों में उल्लंघन किया. गणेश घोघरा ने राज्यपाल पर अभद्र टिप्पणी और प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के खिलाफ जिन शब्दों का प्रयोग किया, वह संविधान के प्रति उनकी कुंठा और गुणों को दर्शाता है.
वासुदेव देवनानी और रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने कहा कि इस प्रकार की भाषा के इस्तेमाल के बाद अब घोघरा को विधायक जैसे गरिमा पूर्ण पद पर रहने का अधिकार नहीं है. इसलिए विधानसभा अध्यक्ष को गणेश घोघरा की विधानसभा सदस्यता समाप्त कर देना चाहिए.
गौरतलब है कि गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस (Rajasthan Congress) से जुड़े नेता और कार्यकर्ताओं ने पेगासस फोन जासूसी (Pegasus Snooping) मामले में राजभवन का घेराव किया था. इस दौरान विधायक गणेश घोघरा ने राज्यपाल कलराज मिश्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को लेकर विवादित भाषण दिया था.